नागौर. राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में जिले में मनाए जा रहे बालिका सप्ताह का सोमवार को समापन हो गया. राजकीय कांकरिया स्कूल के सभागार में समापन समारोह हुआ. गत सत्र में 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट अंक हासिल करने वाली बेटियों को इस मौके पर नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया.
पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रही बेटियों को क्रमशः 21 हजार, 11 हजार और 5 हजार रुपये की राशि का पुरस्कार दिया गया. इस मौके पर उत्कृष्ट परिणाम देने पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय टोडास की प्रधानाचार्य सुनीता महला और राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल कुचामन सिटी की प्रधानाचार्य को भी सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में बालिकाओं ने सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी.
समारोह के मुख्य अतिथि कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में नारी को पूजनीय माना गया है. गार्गी, मैत्रेयी जैसी विदुषी महिलाओं का नाम आज भी सम्मान के साथ लिया जाता है. उन्होंने अपने संबोधन में विद्वान मंडन मिश्र की पत्नी भारती और शास्त्रार्थ में उनके निर्णायक की भूमिका निभाने के प्रसंग का भी जिक्र किया और कहा कि हमारी संस्कृति में हमेशा से ही नारी का ऊंचा दर्जा रहा है.
साथ ही उन्होंने बालिकाओं से आह्वान किया कि वे लगन और मेहनत के दम पर अपना और परिवार के साथ ही देश और समाज का भी नाम रोशन करें. इसके साथ ही अभिभावकों से भी अपील की कि बिना किसी भेदभाव के बेटियों को भी उच्च शिक्षा दिलाएं. इस मौके पर जिला परिषद के सीईओ जवाहर चौधरी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अशोक वाजपेयी, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक अशोक गोयल आदि ने भी विचार व्यक्त किए.
बता दें कि राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में 21 से 27 जनवरी तक बालिका सप्ताह का आयोजन किया गया. जिसका आज समारोहपूर्वक समापन हुआ. इस सप्ताह के तहत सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए आमजन को जागरूक करने का अभियान चलाया गया था.