नागौर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश में कोरोना से पीड़ित मरीजों के इलाज के प्रबंधन और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर राजस्थान सरकार पर आरोप लगाया. बेनीवाल ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों को संसाधन उपलब्ध करवाने में पूर्ण रूप से नाकाम है.
सांसद ने कहा कि कोरोना से पीड़ित मरीज दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. प्रदेश के सरकारी तथा निजी अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की उपलब्धता का अभाव नजर आ रहा है. इतने गंभीर हालातों में भी राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री केवल वीडियो कांफ्रेंस करके इतिश्री कर लेते हैं. हनुमान बेनीवाल ने आरोप लगाया है कि वे धरातल की हकीकत से वाकिफ होते हुए भी अनजान बन रहे हैं.
सांसद बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य के विधायकों से उनकी निधि की राशि ले ली. साथ ही जनता और उद्योग जगत से जुड़े लोगों ने भी अरबों रुपए सरकार को मुख्यमंत्री सहायता कोष में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए दिए. केंद्र ने भी आर्थिक तथा भौतिक संसाधन उपलब्ध करवाए. उसके बावजूद सरकार का तंत्र कोरोना से संक्रमित गंभीर मरीजों का इलाज करवाने में विफल नजर आ रहा है.
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हनुमान बेनीवाल ने कहा कि हमारे चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ लगातार कोरोना से पीड़ित मरीजों का इलाज करने में लगे हुए हैं. परंतु प्रदेश सरकार सरकारी अस्पतालों और कोविड केयर सेंटरों को संसाधन उपलब्ध करवाने में नाकाम नजर आ रही है.
सांसद ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को ट्वीट करके कटाक्ष करते हुए कहा कि केवल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके इतिश्री कर लेना उचित नहीं है, जनता पीड़ित है. अस्पतालों में अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करवाना, आवश्यकता के अनुरूप ऑक्सीजन की व्यवस्था करवाना और अन्य संसाधनों की उपलब्धता करवाना सरकार का दायित्व है. परंतु सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है. सांसद ने राजस्थान सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि दिल्ली की तर्ज पर प्रत्येक सरकारी एवं निजी अस्पताल में सरकार बेड उपलब्ध करवाए.