नागौर. जिले के 9 बड़े अस्पतालों में भर्ती मरीजों को बेहतर सुविधा देने और बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत कर रहा है. जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने जेएलएन राजकीय अस्पताल में स्थित वाॅर रूम में जिला स्तरीय अधिकारियों और चिकित्सकों की समीक्षा बैठक ली.
बैठक में कोरोना जांच के सैम्पल की शीघ्र जांच कर रिपोर्ट देने के लिए भी कोविड लैब प्रभारी से चर्चा की गई. गौरतलब है कि कोरोना सैम्पल देने के बाद जब तक रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक लोग क्वॉरेन्टाइन नहीं होते और घूमते रहते हैं, ऐसे में संक्रमण का खतरा रहता है. जिला कलेक्टर ने सैम्पल जांच को गति देने की बात कही है.
इस बारे में कोविड लैब के नोडल ऑफिसर माइक्रो बायोलाॅजिस्ट सुनिल भार्गव ने बताया कि जिला कलेक्टर के आदेशानुसार कोरोना जांचों की पेंडेंसी का निपटारा करने के लिए जेएलएन स्थित लैब में कार्मिकों द्वारा दिन रात काम करके एक दिन में अब तक की सर्वाधिक 3052 कोरोना सैंपल की जांच की गई. लैब में सैम्पल पेंडेंसी शून्य है. भार्गव ने बताया कि लैब कार्मिक अपनी पूर्ण क्षमता के साथ दिन-रात कर्तव्य का निर्वहण करते हुए कोरोना सैंपल की जांच कर रहे हैं, ताकि कम से कम समय में लोगों को जांच रिपोर्ट प्राप्त हो सके और सही समय पर उनका इलाज शुरू किया जा सके.
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बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जवाहर चौधरी, सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया और जेएलएन के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. शंकरलाल उप पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार, महाप्रबंधक रीको विपोन मेहता और सीनियर मेडिकल ऑफिसर कमल उपाध्याय सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे.