नागौर. जिले के मेड़ता सिटी में बुजुर्ग महिला छोटी देवी के गहने लूटने के बाद हत्या कर दी गई थी. इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाले हत्यारों के बारे में पुलिस को 137 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है. प्रजापत समाज के लोग इस वारदात के खुलासे की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं.
पहले मेड़ता सिटी से नागौर और फिर नागौर से जयपुर तक पैदल मार्च भी निकाला गया, लेकिन अभी तक पुलिस वारदात का खुलासा नहीं कर पाई है. अब जिलेभर में प्रजापत समाज के लोगों ने मोर्चा खोलते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
मंगलवार को खींवसर में प्रजापत समाज के लोग एसडीएम कार्यालय नागौर के बाहर इकट्ठा हुए और वारदात के खुलासे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बुजुर्ग महिला के गहने लूटने के बाद नृशंस हत्या कर दी गई. उनका शव सुनसान जगह पड़ा मिला था, लेकिन आज 137 दिन बीतने के बाद भी पुलिस छोटी देवी की हत्या के राज से पर्दा नहीं हटा पाई है. उन्होंने इस मामले का जल्द खुलासा करने की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन भी दिया है.
एसडीएम को दिए ज्ञापन में बताया गया कि मेड़ता सिटी निवासी छोटीदेवी की 20 जून 2020 को नृशंस हत्या कर दी गई, लेकिन आज तक पुलिस इस वारदात का खुलासा नहीं कर पाई है. इससे परिजनों और प्रजापत समाज के लोगों में रोष है. नागौर से पैदल चलकर जयपुर पहुंचे समाज के लोगों को भी मुख्यमंत्री कोई ठोस आश्वासन तक नहीं दे सके. इसके बाद समाज के लोगों ने जयपुर से दिल्ली तक दंडवत यात्रा शुरू कर दी है.
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प्रजापत समाज के लोगों का कहना है कि अब भी यदि पुलिस इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाती है और हत्यारों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो प्रदेशभर में समाज के लोगों की ओर से आंदोलन तेज किया जाएगा.