नागौर. जिले के सीमा से लगते अजमेर, जोधपुर, जयपुर, चूरू, सीकर, बीकानेर और पाली जिलों में कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आने के बाद नागौर अब भी सुरक्षित है. लेकिन, जिला प्रशासन और पुलिस लगातार लॉकडाउन की पालना के लिए सख्ती बरत रहा है. जहां शनिवार को पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाल लॉकडाउन की पालना करवाई. उदयपुर प्रशासन ने एक कोरोना वायरस पॉजिटिव युवक की रिपोर्ट मिलने के बाद युवक के साथ ट्रेन में बैठे नागौर जिले के 5 युवकों का इनपुट डाटा नागौर जिला प्रशासन को भेजे था.
पढ़ें- टोंक में 16 कोरोना पॉजिटीव मरीज मिलने के बाद हड़कंप, WHO की टीम ने कलेक्टर से की चर्चा
इसपर जिला प्रशासन हरकर में आया और मध्यप्रदेश के इंदौर से लौटे इन 5 युवकों को आइसोलेट किया जा रहा है. ये युवक नागौर, मकराना, मूंडवा, कुचेरा, पीलवा थाना इलाके के बताए जा रहे हैं. जो उदयपुर के एक युवक के साथ ट्रेन में बैठ कर आए थे.
नागौर जिला प्रशासन और पुलिस के द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर काफी गंभीर नजर आए. ADM मनोज कुमार, ASP रामकुमार, DYSP मुकुल शर्मा, CI अमराराम बिश्नोई , सदर थाना अधिकारी नंदकिशोर वर्मा और जिले भर के SHO ने नगर में भ्रमण कर लोगों को घरों में रहने की समझाइश करते नजर आए.
यह भी पढ़ें : अलवर में कोरोना के 3 नए पॉजिटिव केस, कुल संख्या बढ़कर हुई 5
इस दौरान जिले भर में हर मुख्य चौराहे पर पुलिस की सख्ती देखने को मिली. निर्धारित समय के अलावा अनावश्यक वहां लेकर घूमने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई की और कई वाहन जब्त किए. साथ ही जिले के सभी सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया गया है. पुलिस ने पूरे इलाके पर नजर रखना शुरू कर दिया है. कुछ लोगों को लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर धारा 188 के तहत कार्रवाई के लिए चयनित भी किया गया.