नागौर.दरअसल, श्रवण का मुंबई में कोरियर का कारोबार था. श्रवण चौधरी के परिजनों का कहना है कि उसने 7 मार्च को चिंचपोकली इलाके के एक निजी अस्पताल में हेयर ट्रांसप्लांट करवाया था. इस प्रक्रिया में 9500 हेयर ग्राफ्ट किए गए थे. हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया पूरे 15 घंटे तक चली. श्रवण ने यह सर्जरी अपने परिजनों को बिना बताए करवाई थी. इसमें 5 लाख रूपये का खर्चा भी हुआ था.
परिजनों का आरोप है कि हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान दी गई दवाओं के दुष्परिणाम से उसकी मौत हुई है. ट्रांसप्लांट के बाद श्रवण को एलर्जी की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. जहां 9 मार्च को उनका देहांत हो गया. जानकारी के मुताबिक, श्रवण के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा तीन बच्चे हैं.
श्रवण चौधरी के रिश्तेदार बीरबल कमेडिया का आरोप है कि चिकित्सकीय परीक्षण के दौरान दवा के दुष्परिणाम से उसकी मौत हुई है. उनकी मांग है कि इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. कमेडिया ने बताया कि श्रवण चौधरी समाज सेवा के कार्यों से भी जुड़े थे. वे भामाशाह भी थे.