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नागौर में टिड्डी दल ने किया 18 हजार हेक्टेयर भूमि को प्रभावित, प्रशासन ने निपटने के लिए कसी कमर - नागौर में टिड्डी अटैक

नागौर जिले में अब तक 28 टिड्डी दलों ने जिले की 18 हजार हेक्टेयर भूमि को प्रभावित किया है. वहीं अब टिड्डी दलों से निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारियां कर ली है. इन्हें भगाने के लिए कृषि विभाग की टीमों की ओर से कीटनाशक का छिड़काव किया जा रहा है.

Locust Attack in Nagaur, Nagaur News
नागौर में टिड्डी दलों ने किया 18 हजार हेक्टेयर भूमि को प्रभावित
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Published : May 31, 2020, 8:05 PM IST

नागौर. जिले में पिछले काफी दिनों से कई टिड्डी दलों ने जमकर तबाही मचाई है. टिड्डी दलों से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां कर ली है. जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि टिड्डियों के 28 दलों ने नागौर जिले में अब तक बहुत नुकसान पहुंचाया है. टिड्डी दलों ने अब तक जिले की 160 हेक्टेयर फसल को नष्ट कर दिया है. साथ ही 18 हजार हेक्टेयर भूमि को अब तक प्रभावित किया है.

नागौर में टिड्डी दलों ने किया 18 हजार हेक्टेयर भूमि को प्रभावित

साथ ही बताया कि कृषि विभाग की टीमों की ओर से टिड्डियों को भगाने के लिए कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है. कृषि विभाग के उपनिदेशक हजारी राम के साथ 20 टीमों के गठन किया गया है, जो टिड्डी दलों की सूचना मिलने स्प्रे के छिड़काव करने की कार्रवाई कर रही है.

पढ़ें- राजस्थान टिड्डियों के आतंक में, जानिए टिड्डी के हमले से लेकर समाधान की पूरी कहानी

जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि टिड्डी दलों ने पाकिस्तान, अफ्रीका के इलाके से भारत में प्रवेश किया है. बॉर्डर के इलाके बाड़मेर से होते हुए नागौर में 28 टिड्डी दल पहुंचे हैं. कृषि विभाग के अधिकारियों की ओर से स्प्रे करके नष्ट करने की कार्रवाई की जा रही है. टिड्डी दलों को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए गांव-ढाणी तक जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. जिला प्रशासन ने आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, ग्रामसेवक, हल्का पटवारी को कंट्रोल रूम तक सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.

पढ़ें- जयपुर में टिड्डी दल पर सर्जिकल स्ट्राइक, ड्रोन से 150 हेक्टेयर क्षेत्र में कीटनाशक का हुआ छिड़काव

जिले के खींवसर, मकराना, मेड़ता और जायल में काफी नुकसान पहुंचा है. टिड्डी दलों को कंट्रोल करने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर पूरी कार्य योजना बना ली गई है. इसके साथ ही कृषि विभाग की ओर से रात्रि में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर टिड्डी दलों को खत्म करने में जुटे हैं.

नागौर. जिले में पिछले काफी दिनों से कई टिड्डी दलों ने जमकर तबाही मचाई है. टिड्डी दलों से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां कर ली है. जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि टिड्डियों के 28 दलों ने नागौर जिले में अब तक बहुत नुकसान पहुंचाया है. टिड्डी दलों ने अब तक जिले की 160 हेक्टेयर फसल को नष्ट कर दिया है. साथ ही 18 हजार हेक्टेयर भूमि को अब तक प्रभावित किया है.

नागौर में टिड्डी दलों ने किया 18 हजार हेक्टेयर भूमि को प्रभावित

साथ ही बताया कि कृषि विभाग की टीमों की ओर से टिड्डियों को भगाने के लिए कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है. कृषि विभाग के उपनिदेशक हजारी राम के साथ 20 टीमों के गठन किया गया है, जो टिड्डी दलों की सूचना मिलने स्प्रे के छिड़काव करने की कार्रवाई कर रही है.

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जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि टिड्डी दलों ने पाकिस्तान, अफ्रीका के इलाके से भारत में प्रवेश किया है. बॉर्डर के इलाके बाड़मेर से होते हुए नागौर में 28 टिड्डी दल पहुंचे हैं. कृषि विभाग के अधिकारियों की ओर से स्प्रे करके नष्ट करने की कार्रवाई की जा रही है. टिड्डी दलों को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए गांव-ढाणी तक जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. जिला प्रशासन ने आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, ग्रामसेवक, हल्का पटवारी को कंट्रोल रूम तक सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.

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जिले के खींवसर, मकराना, मेड़ता और जायल में काफी नुकसान पहुंचा है. टिड्डी दलों को कंट्रोल करने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर पूरी कार्य योजना बना ली गई है. इसके साथ ही कृषि विभाग की ओर से रात्रि में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर टिड्डी दलों को खत्म करने में जुटे हैं.

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