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समर्थन मूल्य पर मूंग खरीद की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू, किसान बोले- लिमिट बढ़ाए सरकार - किसान बोले खरीद की लिमिट बढ़ाए सरकार

समर्थन मूल्य पर मूंग और मूंगफली की खरीद के लिए सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू कर दी है. जबकि तलाई और खरीद की प्रक्रिया 1 नवंबर से शूरू होगी. इस बीच किसानों की मांग है कि ऑनलाइन टोकन काटने की व्यवस्था में सुधार किया जाए. साथ ही खरीद की लिमिट भी बढ़ाने की मांग रखी है.

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Published : Oct 15, 2019, 6:04 PM IST

नागौर. किसानों से समर्थन मूल्य पर मूंग और मूंगफली की खरीद के लिए ई-मित्र के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है. किसान जरूरी दस्तावेज दिखाकर ई-मित्र से टोकन ले सकते हैं. इस बीच नागौर के किसानों का कहना है कि जब से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया ऑनलाइन हुई है. हर बार सर्वर डाउन रहने के कारण किसानों को दिक्कत उठानी पड़ती है.

मूंग खरीद पर किसान किसानों के बयान

किसानों का कहना है कि कई बार तो पूरा दिन टोकन कटवाने में ही गुजर जाता है. इसलिए उन्होंने मांग की है कि सरकार इस तरह की व्यवस्था करे कि बार-बार सर्वर डाउन नहीं हो. साथ ही किसानों की मांग है कि जमीन के क्षेत्रफल के आधार पर किसानों से समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद की सीमा तय की जाए.

उन्होंने बताया कि अभी एक भामाशाह कार्ड पर अधिकतम 25 क्विंटल मूंग खरीदे जा सकते हैं, लेकिन किसानों का कहना है कि जिन किसानों के ज्यादा जमीन है. उन्हें बचा हुआ मूंग बाजार में कम दर पर बेचना पड़ रहा है, इससे आर्थिक नुकसान होता है. इसके साथ ही किसानों ने खरीद समय पर शुरू करने की भी मांग रखी है.

यह भी पढ़ें : ये कैसा संकट! पति को मिली भारतीय नागरिकता और पत्नी व बच्चे अब भी पाक विस्थापित

किसानों ने बताया कि सरकार ने मूंग का समर्थन मूल्य 7050 रुपए घोषित कर रखा है. इसी दर से सरकारी खरीद केंद्रों पर किसानों से मूंग को खरीदा जाता है. लेकिन एक किसान से अधिकतम 25 क्विंटल मूंग ही खरीदा जा सकता है. ऐसे में जिन किसानों के ज्यादा उत्पादन होता है, उन्हें मंडी में कम दाम में मूंग बेचकर घाटा उठाना पड़ता है. आपको बता दें कि मंडी में मूंग की कीमत 6300-6500 रुपए ही मिलती है.

नागौर. किसानों से समर्थन मूल्य पर मूंग और मूंगफली की खरीद के लिए ई-मित्र के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है. किसान जरूरी दस्तावेज दिखाकर ई-मित्र से टोकन ले सकते हैं. इस बीच नागौर के किसानों का कहना है कि जब से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया ऑनलाइन हुई है. हर बार सर्वर डाउन रहने के कारण किसानों को दिक्कत उठानी पड़ती है.

मूंग खरीद पर किसान किसानों के बयान

किसानों का कहना है कि कई बार तो पूरा दिन टोकन कटवाने में ही गुजर जाता है. इसलिए उन्होंने मांग की है कि सरकार इस तरह की व्यवस्था करे कि बार-बार सर्वर डाउन नहीं हो. साथ ही किसानों की मांग है कि जमीन के क्षेत्रफल के आधार पर किसानों से समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद की सीमा तय की जाए.

उन्होंने बताया कि अभी एक भामाशाह कार्ड पर अधिकतम 25 क्विंटल मूंग खरीदे जा सकते हैं, लेकिन किसानों का कहना है कि जिन किसानों के ज्यादा जमीन है. उन्हें बचा हुआ मूंग बाजार में कम दर पर बेचना पड़ रहा है, इससे आर्थिक नुकसान होता है. इसके साथ ही किसानों ने खरीद समय पर शुरू करने की भी मांग रखी है.

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किसानों ने बताया कि सरकार ने मूंग का समर्थन मूल्य 7050 रुपए घोषित कर रखा है. इसी दर से सरकारी खरीद केंद्रों पर किसानों से मूंग को खरीदा जाता है. लेकिन एक किसान से अधिकतम 25 क्विंटल मूंग ही खरीदा जा सकता है. ऐसे में जिन किसानों के ज्यादा उत्पादन होता है, उन्हें मंडी में कम दाम में मूंग बेचकर घाटा उठाना पड़ता है. आपको बता दें कि मंडी में मूंग की कीमत 6300-6500 रुपए ही मिलती है.

Intro:समर्थन मूल्य पर मूंग और मूँगफली की खरीद के लिए सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आज से शुरू कर दी है। तलाई और खरीद की प्रक्रिया 1नवंबर से शूरू होगी। इस बीच किसानों की मांग है कि ऑनलाइन टोकन काटने की व्यवस्था में सुधार किया जाए। ताकि बार-बार सर्वर डाउन नहीं हो। इसके साथ ही खरीद की लिमिट भी बढ़ाने की मांग रखी है।


Body:नागौर. किसानों से समर्थन मूल्य पर मूंग और मूंगफली की खरीद के लिए ईमित्र के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। किसान जरूरी दस्तावेज दिखाकर ईमित्र से टोकन ले सकते हैं। इस बीच नागौर के किसानों का कहना है कि जब से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया ऑनलाइन हुई है। हर बार सर्वर डाउन रहने के कारण किसानों को दिक्कत उठानी पड़ती है। कई बार तो पूरा दिन टोकन कटवाने में ही गुजर जाता है। इसलिए उन्होंने मांग की है कि सरकार इस तरह की व्यवस्था करे कि बार-बार सर्वर डाउन नहीं हो। साथ ही किसानों की मांग है की जमीन के क्षेत्रफल के आधार पर किसानों से समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद की सीमा तय की जाए। अभी एक भामाशाह कार्ड परअधिकतम 25 क्विंटल मूंग खरीदे जा सकते हैं। लेकिन किसानों का कहना है कि जिन किसानों के ज्यादा जमीन है। उन्हें बचा हुआ मूंग बाजार में कम दर पर बेचना पढ़ रहा है। इससे आर्थिक नुकसान होता है। इसके साथ ही किसानों ने खरीद समय पर शुरू करने की भी मांग रखी है।


Conclusion:सरकार ने मूंग का समर्थन मूल्य 7050 रुपए घोषित कर रखा है। इसी पर दर से सरकारी खरीद केंद्रों पर किसानों से मूंग खरीदा जाता है। लेकिन एक किसान से अधिकतम 25 क्विंटल मूंग ही खरीदा जा सकता है। ऐसे में जिन किसानों के ज्यादा उत्पादन होता है। उन्हें मंडी में कम दाम में मूंग बेचकर घाटा उठाना पड़ता है। आपको बता दें कि मंडी में मूंग की कीमत 6300-6500 रुपए ही मिलती है।
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बाईट 1 - दानाराम, किसान, चातरा मांजरा।
बाईट 2 - लिखमराम, किसान, बांसड़ा।
बाईट 3 - कैलाश शर्मा, किसान, सान्डिला।
बाईट 4 - छोटूराम, किसान, बांसड़ा।
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