नागौर. कोरोना वायरस के खिलाफ देश और दुनिया में चल रही जंग के बीच सोमवार को नागौर में लगातार दूसरे दिन भी कंप्लीट लॉक डाउन रहा. हालांकि, सुबह कुछ दुकानदारों ने दुकानें खोलने का प्रयास किया, लेकिन गश्त कर रही पुलिस की टीम ने उनकी दुकानें बंद करवा दी. दिन ढ़लने के साथ ही कुछ युवा बाइक पर और पैदल सुनसान सड़कों पर घूमने लगे.
जिसके बाद इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस की अलग-अलग टीमें शहर के अलग-अलग इलाकों में पहुंची और बिना वजह बाजारों में घूम रहे युवकों को घरों में रहने की हिदायत दी. इस दौरान कुछ जगह पर काफी समझाइश के बाद भी बाजार में घूम रहे युवक घर नहीं गए तो पुलिस ने सख्ती दिखाई.
इस पूरे मामले को लेकर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव का कहना है कि प्रदेश भर में धारा 144 के प्रावधानों के तहत सार्वजनिक जगहों पर 5 या इससे ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगी हुई है. कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को बढ़ने से रोकने के लिए यह इंतजाम किए गए हैं. इसका यदि कोई उल्लंघन करता पाया जाता है तो नियमानुसार कठोर कार्रवाई भी की जा सकती है.
आपको बता दें कि प्रदेश भर में पिछले कई दिनों से धारा 144 लागू है. इसके तहत पहले 50 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक थी. फिर यह संख्या 20 की गई. रविवार शाम को जिला कलेक्टर के नए आदेशों के अनुसार सार्वजनिक स्थान पर 5 से ज्यादा लोग इकट्ठा होने पर इसे धारा 144 का उल्लंघन माना जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
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बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रदेशभर में 31 मार्च तक लॉक डाउन किया गया है. रविवार को हालांकि नागौर में बाजार पूरी तरह से बंद रहे थे, लेकिन सोमवार को सुबह कुछ लोगों ने दुकानें खोलने का प्रयास किया. जिन्हें बंद करवा दिया गया और अब सड़क पर और बाजारों में घूम रहे युवाओं पर भी कठोर कार्रवाई की चेतावनी प्रशासन ने दी है.