नागौर. जिले के ग्रामीण इलाकों में चारागाह और गोचर की जमीन पर अतिक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. स्थानीय स्तर पर इस समस्या का समाधान नहीं होने पर ग्रामीण जिला मुख्यालय पर कलेक्टर को शिकायत देकर अतिक्रमण हटाने की लगातार मांग कर रहे हैं.
इस कड़ी में सोमवार को नावां तहसील के नोलासिया गांव के ग्रामीण नागौर पहुंचे और गांव में गोचर की जमीन पर दबंगों के अतिक्रमण की शिकायत कलेक्टर से की. इस दौरान उन्होंने कब्जा हटाने की मांग रखी.
नोलासिया गांव के ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव की गोचर और सिवायचक की जमीन पर प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है. इससे पशुपालकों को उनके पशु चराने में परेशानी हो रही है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव के कई किसान ऐसे हैं. जिनके जमीन काफी कम है. ऐसे किसान पशुपालन पर निर्भर हैं, लेकिन गोचर की जमीन पर कब्जा होने के कारण उन्हें अपने पशुओं को चराने ले जाने में दिक्कत हो रही है.
इनका यह भी कहना है कि गांव में आपसी बातचीत कर कब्जा हटवाने की बात करने पर भी प्रभावशाली लोग कब्जा हटाने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में ग्रामीणों ने अब कलेक्टर को शिकायत देकर गोचर की जमीन से अतिक्रमण हटवाने की मांग रखी है. उन्होंने शिकायत में यह भी बताया कि अगर गोचर भूमि से कब्ज नहीं हटवाया जाता है, तो पशुपालकों को आने वाले दिनों में काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
पढ़ेंः करौली: सेटेलाइट अस्पताल की स्वीकृति दिलवाने की मांग को लेकर शहरवासियों ने विधायक से लगाई गुहार
इसी तरह मकराना इलाके की सबलपुरा ग्राम पंचायत के कोलाडूंगरी गांव के लोगों ने भी कलेक्टर से गोचर भूमि से अतिक्रमण हटवाने की मांग रखी है. उनका कहना है कि ग्राम पंचायत, मकराना एसडीएम और तहसीलदार और डीडवाना एडीएम को भी पहले इस संबंध में ज्ञापन दिया गया, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.