नागौर. कुछ दिनों पहले खींवसर तहसील के करनूं गांव में दलित युवकों से बर्बरता का मामला सामने आया था. अभी ये मामला पूरी तरह से शांत नहीं हुआ कि खींवसर थाने में मामला दर्ज करवाने पहुंचे एक दलित शिक्षक के साथ थानाधिकारी द्वारा मारपीट करने और जातिसूचक गालियां देने का मामला आमने आया है. अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है.
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बताया जा रहा है कि होली के दिन स्कूल से तीन गैस सिलेंडर चोरी होने पर मामला दर्ज करवाने पहुंचे शिक्षक के साथ खींवसर थानाधिकारी ने ना केवल अभद्रता और मारपीट की, बल्कि जाती सूचक गालियां भी दी. यही नहीं, शिक्षक को हवालात में भी बंद कर दिया. पीड़ित शिक्षक ने अपने साथी शिक्षकों को आपबीती बताई. इसके बाद शिक्षक संघ के बैनर तले लामबंद होकर शिक्षक खींवसर उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए.
शिक्षकों की मांग है कि थानाधिकारी रामनारायण भंवरिया को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाए और थानाधिकारी के खिलाफ मामला भी दर्ज किया जाए. धरने पर बैठे शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वो चुनाव ड्यूटी और परीक्षाओं का बहिष्कार करेंगे.
शिक्षक संघ के धरने की सूचना के बाद नागौर एएसपी रामकुंवार कस्वां मौके पर पहुंचे और शिक्षकों से समझाइस की कोशिश की. लेकिन, शिक्षक अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं.
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बता दें कि 15 मार्च को ग्राम पंचायतों के चुनाव होने हैं और बोर्ड की परीक्षाएं भी जारी हैं. ऐसे में शिक्षकों का ये धरना प्रशासन के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है. इस मामले पर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी ट्वीट करते हुए थानाधिकारी के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग मुख्यमंत्री से की है.