नागौर. परबतसर थाना इलाके में धनतेरस की रात को एक आभूषण विक्रेता लक्ष्मीकांत शर्मा के साथ हुई लूट की वारदात का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा किया है. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए सात बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जिन्हें बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस का कहना है कि इन बदमाशों पर पहले भी कई मामले दर्ज हैं. पूछताछ में कई अन्य वारदातों का भी खुलासा होने की उम्मीद है.
जानकारी के अनुसार लक्ष्मीकांत शर्मा की सोने-चांदी के आभूषणों की दुकान परबतसर में है. वह धनतेरस की रात करीब 4 किलोमीटर दूर अपने घर बाइक से जा रहा था. तभी रास्ते में चार बाइकों पर सवार 7 बदमाश ज्वैलर से मारपीट कर रुपए और गहनों से भरा बैग लेकर भाग गए. ज्वैलर्स ने पुलिस को बताया कि बैग में करीब 3 लाख 50 हजार नगद और करीब 5 लाख रुपए का सोना था.
घटना के बाद एसपी विकास पाठक ने 4 टीमों का गठन किया. पुलिस ने जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले और कई लोगों के आपराधिक रिकार्ड भी खंगाले. पुलिस ने शक के आधार पर जीतू चारण और रेखाराम जाट को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर बाकी पांच बदमाशों के बारे में भी जानकारी दी. इस पर पुलिस ने राजेंद्र कुमावत निवासी मिठड़ी थाना नावां, गणपत गुर्जर निवासी बोरावड़, महावीर दान चारण निवासी कालवा और पवन चारण बोरावड़ को गिरफ्तार किया है.
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मास्टरमाइंड बदमाशों की जेल में हुई थी दोस्ती
वारदात में मास्टर माइंड जीतू चारण और रेखा राम जाट हैं. डीडवाना एएसपी नितेश कुमार ने बताया दोनों ही परबतसर जेल में बंद थे. वहां दोनों की दोस्ती हुई. करीब 8 माह पहले जीतू जमानत पर बाहर आया और पांच महीने पहले रेखा राम जाट जेल से बाहर आया. जेल से बाहर मुलाकात करने के बाद रेखा राम ने रैकी की और वारदात को अंजाम देने के लिए धनतेरस के दिन चुना. इसके बाद अन्य बदमाशों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया.