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Heavy Rain in Kota : कोटा में हुए बाढ़ जैसे हालात, सड़कों पर तेज पानी के बहाव का सैलाब

कोटा शहर के अनंतपुरा व प्रेम नगर इलाके में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. यहां निचली बस्तियों में आसपास के नालों का पानी प्रवेश कर गया है, साथ ही प्रेम नगर में पानी गलियों और सड़कों पर से तेज बहाव से निकल रहा है. इसके चलते लोगों का घरों से बाहर (Heavy Rain in Kota) निकलना भी मुश्किल हो गया है.

Water logging situation in the city due to heavy rains
शहर के कई इलाकों में भरा पानी
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Published : Jul 25, 2022, 6:18 PM IST

Updated : Jul 25, 2022, 9:13 PM IST

कोटा. राजस्थान के कोटा में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. सड़कों पर तेज पानी के बहाव का सैलाब नजर आने लगा है. वहीं, नगर निगम की रेस्क्यू टीम दोनों ही इलाकों में भेजी गई हैं, जिनमें गोताखोर शामिल हैं, लेकिन लोग घरों से बाहर निकलना चाहते हैं. साथ ही नाले के आसपास बने हुए मकानों के टूटने का भी खतरा बना हुआ है. दूसरी तरफ अनंतपुरा कच्ची बस्ती में करीब 5 से 6 फीट पानी सड़कों पर भर गया है. यहां भी नगर निगम की रेस्क्यू टीम भेजी गई थी, लेकिन लोगों ने निकलने से मना कर दिया है.

वहीं, घरों में यह पानी 1 से 2 फीट पानी है. ऐसे में बारिश और होती है तो यह जल प्लावन की स्थिति और बढ़ सकती है. दूसरी तरफ शहर के जवाहर नगर, साजिदेहड़ा, बजरंग नगर, देवली अरब, डीसीएम रोड, प्रेम नगर, कंसुआ, संजय नगर सहित कई नाले खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं. इनका पानी बस्तियों में प्रवेश कर सकता है. प्रशासन ने एहतियातन नगर निगम और अन्य टीमों को सतर्क कर दिया है. शहर में सोमवार को करीब 3 घंटे तक लगातार हुई तेज बारिश के चलते कई इलाकों में जल प्लावन की स्थिति हो गई (Water logging situation in Kota city due to heavy rains ) है. इसके अलावा सुबह 11:00 बजे से ही बारिश का क्रम लगातार जारी है. जबकि कोटा बैराज से भी हजारों क्यूसेक पानी छोड़ने की तैयारी की जा रही है.

बारिश से शहर में जल भराव की स्थिति

कोटा बैराज के 11 गेट खोल दिए गए : जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एजाजुद्दीन अंसारी ने बताया ने बताया है कि बैराज के 11 गेट खोल कर करीब एक लाख 25 हजार क्यूसेक पानी की निकासी शुरू कर दी. इसके लिए कोटा बैराज के साथ गेट 10 फीट और 6 गेटों को 15 फीट खुला हुआ है. चंबल नदी पर बने जवाहर सागर और कोटा बैराज के कैचमेंट एरिया में लगातार पानी की आवक हो रही है. इसको लेकर अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही कोटा शहर के निचली बस्तियों के लोगों को चंबल नदी के नजदीक नहीं जाने के लिए आगाह किया है. वहीं कोटा से लेकर धौलपुर तक चंबल नदी के किनारों पर आने वाले लोगों के लिए खतरा बताया गया है. चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बहेगी.

पढ़ें: भरतपुर : बारिश में ढहा मकान, मलबे में दबी महिला

इसके अलावा कोटा के शहर से सटे हुए दाढ़ देवी के जंगल इलाके में भी बरसाती नाले में तेज पानी आ गया. जिसके चलते जंगल की दूसरी तरफ तीन लोग फंस गए थे. जिन्हें नगर निगम की गोताखोर टीम और उद्योग नगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच कर रस्सी के सहारे रेस्क्यू कर बाहर निकाला.

शहर के कई इलाकों में जल भराव की स्थिति : दूसरी तरफ कोटा शहर के शॉपिंग सेंटर, जवाहर नगर, तलवंडी और स्टेशन इलाके में सड़कों पर बारिश का पानी बहता रहा. कोटा शहर के माला रोड, स्टेशन देवली, अरब रोड और बोरखेड़ा में भी जल प्लावन की स्थिति बनी हुई है. शहर के अधिकांश नाले बारिश के पानी में बहने लगे और नालों का पानी सड़कों पर पहुंच गया. इसके चलते नगर निगम की नाला सफाई व्यवस्था की पूरी तरह से पोल खुल गई है. शहर के डीसीएम, प्रेम नगर, कंसुआ और अनंतपुरा की निचली बस्तियों में पानी घरों में घुस गया है. इसी तरह से कुन्हाड़ी इलाके के बड़गांव राजकीय विद्यालय में भी पानी भर गया है. पानी की तेज आवक को देखते हुए विद्यालय में छुट्टी हो गई.

कोटा. राजस्थान के कोटा में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. सड़कों पर तेज पानी के बहाव का सैलाब नजर आने लगा है. वहीं, नगर निगम की रेस्क्यू टीम दोनों ही इलाकों में भेजी गई हैं, जिनमें गोताखोर शामिल हैं, लेकिन लोग घरों से बाहर निकलना चाहते हैं. साथ ही नाले के आसपास बने हुए मकानों के टूटने का भी खतरा बना हुआ है. दूसरी तरफ अनंतपुरा कच्ची बस्ती में करीब 5 से 6 फीट पानी सड़कों पर भर गया है. यहां भी नगर निगम की रेस्क्यू टीम भेजी गई थी, लेकिन लोगों ने निकलने से मना कर दिया है.

वहीं, घरों में यह पानी 1 से 2 फीट पानी है. ऐसे में बारिश और होती है तो यह जल प्लावन की स्थिति और बढ़ सकती है. दूसरी तरफ शहर के जवाहर नगर, साजिदेहड़ा, बजरंग नगर, देवली अरब, डीसीएम रोड, प्रेम नगर, कंसुआ, संजय नगर सहित कई नाले खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं. इनका पानी बस्तियों में प्रवेश कर सकता है. प्रशासन ने एहतियातन नगर निगम और अन्य टीमों को सतर्क कर दिया है. शहर में सोमवार को करीब 3 घंटे तक लगातार हुई तेज बारिश के चलते कई इलाकों में जल प्लावन की स्थिति हो गई (Water logging situation in Kota city due to heavy rains ) है. इसके अलावा सुबह 11:00 बजे से ही बारिश का क्रम लगातार जारी है. जबकि कोटा बैराज से भी हजारों क्यूसेक पानी छोड़ने की तैयारी की जा रही है.

बारिश से शहर में जल भराव की स्थिति

कोटा बैराज के 11 गेट खोल दिए गए : जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एजाजुद्दीन अंसारी ने बताया ने बताया है कि बैराज के 11 गेट खोल कर करीब एक लाख 25 हजार क्यूसेक पानी की निकासी शुरू कर दी. इसके लिए कोटा बैराज के साथ गेट 10 फीट और 6 गेटों को 15 फीट खुला हुआ है. चंबल नदी पर बने जवाहर सागर और कोटा बैराज के कैचमेंट एरिया में लगातार पानी की आवक हो रही है. इसको लेकर अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही कोटा शहर के निचली बस्तियों के लोगों को चंबल नदी के नजदीक नहीं जाने के लिए आगाह किया है. वहीं कोटा से लेकर धौलपुर तक चंबल नदी के किनारों पर आने वाले लोगों के लिए खतरा बताया गया है. चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बहेगी.

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इसके अलावा कोटा के शहर से सटे हुए दाढ़ देवी के जंगल इलाके में भी बरसाती नाले में तेज पानी आ गया. जिसके चलते जंगल की दूसरी तरफ तीन लोग फंस गए थे. जिन्हें नगर निगम की गोताखोर टीम और उद्योग नगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच कर रस्सी के सहारे रेस्क्यू कर बाहर निकाला.

शहर के कई इलाकों में जल भराव की स्थिति : दूसरी तरफ कोटा शहर के शॉपिंग सेंटर, जवाहर नगर, तलवंडी और स्टेशन इलाके में सड़कों पर बारिश का पानी बहता रहा. कोटा शहर के माला रोड, स्टेशन देवली, अरब रोड और बोरखेड़ा में भी जल प्लावन की स्थिति बनी हुई है. शहर के अधिकांश नाले बारिश के पानी में बहने लगे और नालों का पानी सड़कों पर पहुंच गया. इसके चलते नगर निगम की नाला सफाई व्यवस्था की पूरी तरह से पोल खुल गई है. शहर के डीसीएम, प्रेम नगर, कंसुआ और अनंतपुरा की निचली बस्तियों में पानी घरों में घुस गया है. इसी तरह से कुन्हाड़ी इलाके के बड़गांव राजकीय विद्यालय में भी पानी भर गया है. पानी की तेज आवक को देखते हुए विद्यालय में छुट्टी हो गई.

Last Updated : Jul 25, 2022, 9:13 PM IST
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