कोटा. कोटा में शुक्रवार देर रात से ही भारी बारिश का क्रम जारी है. इसके चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो (Water Logging in Kota) गया है. कोटा शहर के देवली अरब, स्टेशन, प्रेम नगर, थेकड़ा व अनंतपुरा सहित कई इलाकों में पानी भराव की स्थिति हो गई है. इस दौरान रीट परीक्षा (REET 2022) अभ्यर्थी भी भीगते हुए केंद्रों पर जाते हुए दिखे.
दूसरी तरफ, कोटा के स्टेशन इलाके के बजरिया में सड़क पर ही पानी भर गया. ऐसे में दुकानों में भी पानी प्रवेश करने की स्थिति आ गई है. दूसरी तरफ प्रेमनगर में भी नाले का पानी आसपास के इलाकों और सड़कों पर आने लगा है. यह करीब 2 से 3 फीट तक है. इसी तरह से माला रोड स्थित मदर टेरेसा होम परिसर में भी पानी पहुंच गया है. देवली अरब इलाके की कई कॉलोनियों की सड़कें पानी में डूब गई है.
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सांगोद में भी बन सकते हैं बाढ़ के हालात: झालावाड़ जिले में भीम सागर बांध में पानी का लेवल लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में उजाड़ नदी में पानी छोड़ा जा सकता है. जिसके चलते कोटा जिले के सांगोद इलाके में नदी के किनारे के इलाकों में जलभराव की क्षमता बढ़ेगी. इसको लेकर एहतियातन सूचना भी जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि उजाड़ नदी के किनारे के इलाकों में बहाव तेज होगा. ऐसे में ग्रामीण और आमजन दूरी बना कर रहें.
झालावाड़ में भी मूसलाधार बारिश: प्रदेश में शुक्रवार शाम से ही लगातार बारिश का दौर लगातार जारी है. इसके चलते (Heavy Rain in Jhalawar) क्षेत्र में स्थित नदी नालों का पानी सड़कों पर बह रहा है. बारिश के कारण कई घरों में भी पानी घुस आया. जिलों में मौसम विभाग की ओर से यलो अलर्ट जारी कर भारी बारिश की चेतावनी जारी की जा चुकी है. जिसके मुताबिक आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है.
नौटाना गांव का संपर्क टूटा, विधायक बैठी धरने परः कोटा जिले की लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र के किशनपुरा पंचायत के नौटाना गांव का संपर्क जिले से कट गया और गांव टापू बन गया है. मसला यहां गांव के पहले से गुजर रही नाले का है. जिसकी पुलिया बीते साल टूट गई थी. हर बारिश में इस नाले में अच्छा खासा पानी आता है. यह पानी पुलिया के ऊपर से गुजरता है. यह नाला कोटा शहर से ही निकल चंद्रसेल गांव के नजदीक से आ रहा है. जिसके चलते मार्ग अवरुद्ध हो जाता है और गांव पूरी तरह से टापू बन जाता है. लाडपुरा की विधायक कल्पना देवी भी मौके पर पहुंची और धरना दिया. जिसके बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारी भी पहुंचे. आनन-फानन में पाइप मंगा कर मौके पर लगाए गए हैं. विधायक कल्पना देवी का कहना है कि ग्रामीण पुल बनाने की मांग कर रहे हैं. पीडब्ल्यूडी को भी पत्र लिखा गया है. हालांकि इस मांग पर सुनवाई नहीं हुई. इसके चलते बीमार व्यक्तियों और प्रेगनेंसी में भी महिलाओं को परेशानी होती है. गांव का संपर्क शहर से पूरी तरह कट जाता है.
स्टेट हाईवे फिर हुआ बाधितः जिले के सुल्तानपुर इलाके से गुजर रहे स्टेट हाईवे 70 भी दोबारा अवरुद्ध हो गया है. इसके चलते कोटा इटावा मार्ग और कोटा से श्योपुर मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है. मारवाड़ा चौकी पर नाला उफान पर आने के चलते करीब 3 से 4 फुट पानी आ गया है. साथ ही तेज बहाव भी यहां पर है. इसके चलते यह रास्ता पूरी तरह से बाधित है. हालांकि इसके बावजूद भी कई दुपहिया व चौपहिया वाहन चालक जान की परवाह नहीं करते हुए यहां से वाहन निकाल रहे हैं. ऐसे में यह उनके लिए जोखिम भरा हो सकता है. मारवाड़ा चौकी के नाले के दोनों किनारों पर पुलिस के जवान भी इन्हें रोकने के लिए तैनात किए गए हैं.
यूआईटी की गलती से किसानों के खेतों में भरा पानीः कोटा शहर से सटे हुए नयाखेड़ा और गणेश पाल इलाके में किसानों के खेतों में लबालब पानी भर गया. इसके चलते लाखों रुपए का बीज और खाद डालकर बोई गई फसल बर्बाद हो गई है. इससे किसानों को भारी नुकसान किसका हुआ है. नयाखेड़ा के किसान रामलाल माली ने बताया कि बूंदी रोड स्थित माहेश्वरी रिसोर्ट से नांता रोड तक सीसी रोड का निर्माण किया जा रहा है. ठेकेदार ने पास से गुजर रहे नाले में मिट्टी और मलबा डालकर नाले को अवरुद्ध कर दिया. बारिश के पानी की निकासी नहीं होने से पास के करीब डेढ़ दर्जन खेतों में भर गया. जहां 4 से 5 फीट तक पानी है और करीब 50 बीघा की फसलें नष्ट हो गई हैं. स्थानीय पार्षद कुसुम सैनी ने कहा कि शिकायत के बावजूद भी ध्यान नहीं दिया. किसानों ने जिला कलेक्टर से मुआवजे की मांग की है और यूआईटी व ठेकेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.
अनंतपुरा की बस्तियों में फिर घुसा पानीः शहर अनंतपुरा इलाके में भी बारिश का पानी नालों के जरिए प्रवेश कर गया. इससे पूरे इलाके में जल भराव की स्थिति हो गई. नगर निगम की रेस्क्यू टीम बोट लेकर मौके पर भी पहुंच गई. हालांकि घरों में पानी नहीं पहुंचा था, लेकिन सड़क पर 3 से 4 फीट पानी भर गया था. इसी को लेकर नगर निगम की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था, लेकिन स्थानीय लोगों ने बाहर निकलने से मना कर दिया और कहा कि जब पानी बढ़ेगा, तभी वह बाहर आएंगे. अभी तो घर पर ही रुकेंगे. ऐसे में नगर निगम की टीम वापस लौट आई है. हालांकि बारिश रुक जाने के चलते स्थानीय लोगों ने भी फिलहाल राहत की सांस ली है.
पहली बारिश भी नहीं झेल पाया नाला, हो गया धराशाईः कैथून कस्बे की बूटा सिंह कॉलोनी में 1 साल पहले बना नाला बारिश के चलते धराशाई हो गया. इस मामले में नगर पालिका के भाजपा पार्षद ने कांग्रेस के बोर्ड पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. भाजयुमो देहात के जिला मंत्री व पार्षद दीनदयाल गौतम दीनू ने बताया कि कैथून नगर पालिका के जरिए किए गए घटिया निर्माण के चलते ही नाला धराशाई हुआ है. यह नाला पहली बारिश को भी नहीं झेल पाया है. उन्होंने पालिका अध्यक्ष और ठेकेदार पर मिलीभगत कर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. साथ ही कहा कि अभी तो नाला निर्माण भी पूरा नहीं हुआ था, उसके पहले ही नाला टूट गया है.