कोटा. मेडिकल कॉलेज में रैगिंग (Ragging in Medical College) लेने का मामला सामने आया है. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहा है, जिसमें जूनियर को सीनियर मुर्गा बना रहे हैं. यह वीडियो कोटा मेडिकल कॉलेज (Kota Medical College) का बताया जा रहा है. हालांकि, ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो (Viral Video) की पुष्टि नहीं करता है.
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यह वीडियो मेडिकल कॉलेज परिसर का बताया जा रहा है, जहां पर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स एकत्रित थे. उन्हें एक लाइन में खड़ा कर दिया गया और इसके बाद उनका इंट्रोडक्शन लिया गया. इसके बाद कुछ स्टूडेंट्स को मुर्गा बनाया गया. हालांकि, इस संबंध में मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी के पास अभी तक किसी तरह की कोई शिकायत सामने नहीं आई है.
मेडिकल कॉलेज (Kota Medical College) में एकेडमिक्स यूजी की इंचार्ज डॉ. दीपिका मित्तल का कहना है कि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन भी इस जानकारी के बारे में इनकार कर रहा है. हालांकि जिला कलेक्टर डॉ. उज्जवल राठौड़ ने इस संबंध में अधिकारियों को जांच के लिए निर्देशित किया है.
हालांकि, जो वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है वह सोमवार का ही बताया जा रहा है. कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि कोविड-19 के कारण बैच 2019 और 2020 की पढ़ाई ऑनलाइन ही करवाई जा रही थी. इन स्टूडेंट्स को 12 जुलाई को ही ऑफलाइन क्लासेज के लिए निर्देशित किया गया था, जिसके बाद से ही ऑफलाइन क्लासेज मेडिकल कॉलेज में लग रही थी.
वहीं, रैगिंग का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल (Viral Video) हो रहा है, जिसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन हरकत में आया और मौके पर जाकर देखा. हालांकि, उस समय छात्र जा चुके थे. गार्ड से मिली जानकारी के अनुसार दो-तीन सीनियर छात्र जूनियर छात्रों की रैगिंग ले रहे थे और वे छात्र अभ्रद भाषा का प्रयोग करते हुए छात्रों के बाल पकड़ कर खींच रहे थे.
उप प्रिंसिपल डॉक्टर देवेंद्र विजयवर्गीय ने बताया कि यहां से रैगिंग की सूचना मिली थी, लेकिन मौके पर कोई नहीं मिला. उन्होंने बताया कि कॉलेज परिसर में रैगिंग बंद की हुई है, ऐसे में जांच की जाएगी की वे कौन छात्र थे जो इनकी रैगिंग कर रहे हैं. जांच कर आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी.