कोटा. शहर में यूआईटी की ओर से किए जा रहे निर्माण कार्यों के चलते गोबरिया बावड़ी चौराहे पर अंडरपास बनाने का कार्य चल रहा है. वहां विकास पथ का भी निर्माण किया जा रहा है. ऐसे में वहां बरसों से बनी लगभग 140 दुकानें और मकानों को अब यूआईटी हटाने जा रही है.
कोटा के गोबरिया बावड़ी चौराहे पर और विकास पथ पर करीब 140 दुकानें प्रभावित होगी. इस पर 40 दुकानें और मकान तोड़ने और 100 दुकानें आधी तोड़ने के लिए यूआईटी ने निशान लगा दिए हैं और 4 दिन में दुकानें ओर मकान खाली करवाने के लिए नोटिस जारी कर दिए गए हैं.
दुकानदारों का कहना है कि राजनीति द्वेषता के कारण अपनों को बचाने के लिए पूर्व में बनाए गए प्लान में बदलाव किया है. पहले 27 मीटर पर निशान लगाए गए थे. जिससे दुकानदारों को ज्यादा नुकसान नहीं था. वहीं, दुकानदारों का कहना है कि विकास पथ पर 19 मीटर पर निशान लगाए गए थे. जिसके चलते अपने चहेतों की दुकानें आ रही थी. जिसके चलते मास्टर प्लान बदलकर अब विकास पथ को 19 मीटर से घटाकर 15 मीटर पर कर दिया.
दुकानदारों ने बताया कि पिछले 50 सालों से यहां दुकानें चला कर अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं. वहां जो पहले 27 मीटर था, उसको बड़ा कर अब 33.50 मीटर पर ला कर दुकानदारों को रोड पर लाने का प्रयास कर रही है.
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दुकानदार यूआईटी के अधिकारियों से भी मिले
उन्होंने बताया कि इस संम्बंध में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से मिलकर उनको अवगत कराया जाएगा और पुनर्वास की मांग की जाएगी. क्योंकि यूआईटी ने जितने भी बाजार और बस्तियां हटाई है तो उनको पहले पुनर्वास किया गया है. फिर भी यूआईटी कार्रवाई करती है तो परिवार सहित इसका पूरा विरोध किया जाएगा.