कोटा. कोटा एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नगर विकास न्यास के इंजीनियर को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है. उसके साथ दलाल भी गिरफ्तार हुआ है जो होमगार्ड का जवान है और नगर निगम में तैनात था. जेईएन परिवार से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत डेढ़ लाख रुपए की राशि लौटाने की एवज में 40 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी. जिसको देते हुए वह गिरफ्तार हुआ है.
जानकारी के अनुसार बालिता रोड बापू नगर निवासी एक परिवार ने एसीबी को शिकायत दी थी कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसने आवेदन किया था. जिसमें उसके मकान के लिए डेढ़ लाख रुपए जारी हो गए. जिसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के कंसलटेंट इंजीनियर सत्यनारायण मीणा 40 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं. इसकी शिकायत का सत्यापन कराया गया, जिसमें शिकायत सही पाई गई.
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इसके बाद एसीबी की टीम ने जेईएन को ट्रैप करने के लिए जाल बिछाया, जिसमें परिवार के सामने रहने वाले ही होमगार्ड के जवान शिवराज गोस्वामी ने रिश्वत की राशि 40 हजार रुपए आरोपी जेईएन सत्यनारायण मीणा के लिए ली. इसके बाद एसीबी के अधिकारियों ने शिवराज की बात कनिष्ठ अभियंता मीणा से करवाई. जिसमें उसने रिश्वत की राशि के लिए सहमति जता दी. वहीं एसीबी की टीम ने शिवराज को गिरफ्तार कर लिया है.
ऐसे में एसीबी की टीम उसे लेकर कुन्हाड़ी थाने पहुंच गई. जहां पर कार्रवाई आगे की की गई. वहीं घटना का पता आरोपी कनिष्ठ अभियंता मीणा को भी लगा. जिसके बाद मीणा ने भागने का प्रयास किया. ऐसे में वह अपने परिचित के घर पर पलंग के नीचे जाकर छुप गया. जिसको एसीबी की टीम ने पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया है. आरोपी कनिष्ठ अभियंता मीणा के विनोबा भावे नगर स्थित मकान पर भी एसीबी की टीम ने दबिश दी है और तलाशी शुरू कर दी है. वहीं जांच में वहां से भी 7 लाख रुपए मिल चुके हैं.