कोटा. प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल कोटा दौरे (UDH Minister Shanti Dhariwal Kota Visit) पर हैं. उन्होंने शहर के विकास कार्यो का जायजा लिया. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए धारीवाल ने साफ कर दिया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी को पुराने एयरपोर्ट की जमीन यूआईटी के सुपर्द करनी होगी. इस जमीन को हम लेकर रहेंगे, इस पर करीब 10 हेक्टेयर जमीन पर मिनी सचिवालय का निर्माण करवाया जाएगा.
बची हुई करीब 150 हेक्टेयर जमीन पर पौधरोपण होगा. जहां सघन जंगल बसाया जाएगा. कुछ लोगों को गलतफहमी है कि इस जगह पर यूआईटी आवासीय योजना (Dhariwal on UIT Housing Scheme) काट देगी. ऐसी बिल्कुल भी स्कीम नगर विकास न्यास की नहीं है.
केंद्र सरकार की तरफ से देरी, हम देंगे डायवर्सन शुल्क
एयरपोर्ट की जमीन के लिए फॉरेस्ट लैंड के डायवर्जन शुल्क के मामले में यूडीएच मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से कोई देरी नहीं हो रही है. चयनित की गई भूमि में कुछ वन क्षेत्र आ रहा है. जब हमने एयरपोर्ट के लिए जमीन ही निःशुल्क दी है, तो वन भूमि के डायवर्जन शुल्क को भी वहन करने के लिए तैयार हैं. यह 48 करोड़ रुपए से ज्यादा है. इसके लिए हमने राशि भी तैयार रखी हुई है.
डायवर्जन के लिए राज्य सरकार ने ऑनलाइन आवेदन भी कर दिया है. आगे डायवर्जन करने का काम केंद्र सरकार का है. केंद्र सरकार जैसे ही डिमांड नोट निकलेगा, शुल्क जमा करवा दी जाएगी. वन क्षेत्र के डायवर्जन की फाइल केंद्रीय मंत्री तक जाती है.
कार्य को समय से पूरा करने के लिए दिए निर्देश
यूडीएच मंत्री कोटा सिटी पार्क, अनंतपुरा फ्लाईओवर, सिटी मॉल फ्लाईओवर गोबरिया बावड़ी सर्किल व अंडरपास का निरीक्षण किया है. साथ ही उन्होंने सीबी गार्डन में पौधरोपण निर्माण कार्य समय से पूरा करने के लिए निर्देश दिया. अनंतपुरा फ्लाईओवर में कार्य की देरी पर संवेदक पर जुर्माना लगाया है. वहीं जलदाय विभाग के पाइप लाइन को 7 दिन में शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान जिला कलेक्टर हरिमोहन मीणा, एडीएम राजकुमार सिंह, यूआईटी सचिव राजेश जोशी आदि मौजूद रहे.