कोटा. प्रदेश के कोटा शहर में भी मंगलवार को महाराज सिंह स्टेडियम में बड़े हर्षोल्लास के साथ 72वां गणतंत्र दिवस समारोह मनाया गया. राजस्थान सरकार के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल समारोह के मुख्य अतिथि रहे और उन्होंने तिरंगा फहराया. मार्च पास्ट का निरीक्षण करने के साथ परेड की सलामी ली. पुलिस के जवानों ने शानदार परेड का प्रदर्शन किया. अतिरिक्त जिला कलेक्टर आरडी मीणा ने राज्यपाल के संदेश को पढ़ा.
इसके बाद 15 स्कूली बच्चों के एक दल ने वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण और भारत सरकार राजस्थान सरकार की ओर से कोरोना नियंत्रण को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रम और देशभक्ति से ओतप्रोत गीत प्रस्तुत किया. गणतंत्र दिवस समारोह में विभिन्न विभागों की ओर से संदेश पद 11 झांकियां निकाली गईं. इन झांकियों में सबसे शानदार प्रदर्शन कोटा केंद्रीय कारागृह का रहा. इसमें कैदियों को पुलिस कर्मियों की ओर से केंद्रीय कारागृह में चलाए जा रहे स्वरोजगार के उत्पादों की जानकारी दी गई. जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना नियंत्रण को लेकर चल रही गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया.
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नगर विकास न्यास की झांकी भी इन झांकियों में शामिल रही जिसमें शहर की विकास यात्रा को दर्शाया गया. इसके साथ ही कोटा शहर को मवेशी मुक्त बनाने वाली झांकी जिसमें नगर विकास न्यास की ओर से धर्मपुरा गांव के पास विकसित की जा रही. पशुपालक आवासीय योजना को शानदार तरीके से प्रदर्शित किया गया. साथी कोटा कृषि विश्वविद्यालय और महिला बाल विकास विभाग की ओर से बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के संदेश वाली झांकी प्रदर्शित की गई.
इस मौके पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा शहर वासियों को लॉकडाउन के दौरान विभिन्न कारणों के कारण बंद पड़ी सिटी बसों को वापस संचालित करने की एक सौगात दी. 5 बसों को हरी झंडी यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने दिखाई और उन्हें उम्मेद सिंह स्टेडियम से शहर में नगरीय परिवहन बस सेवा के रूप में शुरू किया. गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने देशवासियों और प्रदेशवासियों को 72वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं और बधाई दी. उन्होंने कहा कि देश को विश्व में अग्रणी बनाने में हर व्यक्ति का योगदान चाहिए.
देश मंत्री शांति धारीवाल ने वर्तमान सरकार की ओर से कोटा शहर में किए जा रहे विकास कार्यों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी और कहा कि आने वाले समय में कोटा शहर की पहचान पर्यटन नगरी के रूप में होगी जहां चंबल नदी पर रिवर फ्रंट का निर्माण किया जा रहा है. शहर को विकसित करने के लिए विकास कार्य चल रहे हैं. करीब 29 सौ करोड़ की लागत के निर्माण कार्य कोटा शहर में राजस्थान सरकार की ओर से किए जा रहे हैं.