कोटा. मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में एमटी-1 बाघ बीते 1 साल से भी ज्यादा समय से लापता है. ऐसे में उसकी तलाश वन विभाग की टीम अभी कर रही है. इस पूरे 82 स्क्वायर किमी एरिया में बाघ की तलाश की जा रही थी. ऐसे में शुक्रवार को वन विभाग की टीम को एक कंकाल मिला है जो कि किसी जानवर के मुंह के पास का हिस्सा है. इसे जांच के लिए देहरादून भिजवाया जा रहा है. हालांकि यह कंकाल संभवत 1 साल से भी ज्यादा समय से लापता टाइगर एमटी-1 का है. हालांकि एमटी-1 टाइगर के गले में रेडियो कॉलर लगा हुआ था. वह नहीं मिला है. इससे अभी भी संशय बना हुआ है. साथ ही पूरे एरिया में भी अब व्यापक सर्च अभियान चला दिया गया है.
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के उपवन संरक्षक बीजो जॉय ने बताया कि इनक्लोजर में झाड़िया सूखकर विज़िबिलिटी बढ़ने के कारण बाघ एमटी-1 का सर्च अभियान शुरू किया गया. इनके सर्च ऑपरेशन में ही पुराना कंकाल उन्हें मिला है. जिसमें मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के अलग-अलग रेंज के 70 अधिकारी, कर्मचारी, विलेज वॉलिंटियर्स, आदि ने भाग लिया.
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सर्च अभियान के दौरान सर्च टीम को वन्य जीव का एक पुराना कंकाल दिखाई दिया. जिसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई. इस पर खुद भी मौके पर पहुंचे, इसके अलावा अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. साथ ही चिकित्सकों को भी बुलाया गया. बीजू जॉय का कहना है कि कंकाल की केनाइन स्पष्ट है. हालांकि इसे डीएनए और प्रजाति की जांच के लिए वन्य जीव संस्थान देहरादून भी जाया जाएगा. जिसके बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि यह कंकाल एमटी-1 का है या नहीं. साथ ही ड्रोन की मदद से भी सर्च अभियान जारी है.