कोटा. शहर में कोरोना संक्रमण के लगभग 50 पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें से अधिकांश मरीज एपी सेंटर चंद्रघटा के निवासी है. इन इलाकों में प्रशासन ने महाकर्फ्यू इजाद कर दिया है. इसके बावजूद भी लोग चंबल नदी को पार कर कुन्हाड़ी और सकतपुरा इलाके में पहुंच रहे हैं. ऐसे में सकतपुरा और कुन्हाड़ी के लोगों ने अब चंबल नदी में ही गश्त करना शुरू कर दिया है और जो लोग नाव में बैठकर उनके इलाके में जा रहे हैं. उनके नामों को तोड़ा जा रहा है. साथ ही उन लोगों को वापस उनके इलाके में भेजा जा रहा है.
पूर्व पार्षद विकास तंवर का कहना है कि 8 अप्रैल के बाद से ही सैकड़ों की संख्या में लोग दिन भर रात में नाव के जरिए नदी पार करके कुन्हाड़ी और सकतपुरा में पहुंच रहे हैं. इन लोगों के नदी पार करने से दो लाख लोगों पर संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. इसमें पुलिस प्रशासन की ड्यूटी में ढिलाई नजर आ रही है. सकतपुरा के लोगों ने मिलकर नदी में 8 टीमें बनाई है. जो सोमवार की देर रात को 7 नावों को तोड़ चुकी है.
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अब हम लोग नदी में लगातार गश्त कर रहे हैं. ऐसे में उधर से जितनी भी नाव आएगी उन लोगों की सूचना पुलिस को दी जाएगी. पुलिस से उनको पकड़ाएंगे. हम देर रात 2:30 से 3 बजे तक पूरी चंबल नदी के किनारों पर गश्त करते हैं. जब तक यह कोरोना वायरस का संक्रमण खत्म नहीं होता है. हम सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं. तब तक हम इस तरह से सुरक्षा करेंगे.