कोटा. जिले के नवनियुक्त जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ ने सोमवार देर रात कार्यभार ग्रहण किया था. इसके बाद मंगलवार को मीडिया से मुलाकात की और उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं मीडिया को बताई. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकना है. ऐसे में जिले की प्राथमिकता भी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का ही होगा. इसके लिए जिले में चल रहे कोरोना संक्रमण के पूरे कार्यक्रम की समीक्षा की जाएगी.
स्मार्ट सिटी के कार्य को समय से पूरा करवाना जिम्मेदारी...
नवनियुक्त कलेक्टर राठौड़ ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत कोटा में करीब 1500 करोड़ से ज्यादा के कार्य चल रहे हैं. उन सभी कार्यों को समय पर पूरा करवाना जिम्मेदारी होगी. साथ ही जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ के पास ही यूआईटी चेयरमैन का चार्ज भी होगा. ऐसे में उन कार्यों की सही से मॉनिटरिंग और समय से पूरा करवाने की भी प्राथमिकता उन्होंने बताई. नगर विकास न्यास और नगर निगम के कार्यों को भी पूरी तरह से मॉनिटर किया जाएगा.
जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाएगा पूरा राशन...
लॉकडाउन के बाद निशुल्क राशन की घोषणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की थी. पहले 3 महीने तक राशन देना था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 6 महीने कर दिया गया है. ऐसे में राशन को आमजन और जरूरतमंद तक सही समय पर पूरा पहुंचाने की जिम्मेदारी भी हमारे ऊपर है. राठौड़ ने बताया कि इस कार्य को रसद विभाग के जरिए बखूबी करवाया जाएगा.
मुख्यालय पर रहने के लिए पाबंद होंगे अधिकारी...
जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ ने कहा कि कोटा में बारिश ज्यादा होने के चलते बाढ़ के आसार बनते हैं. साथ ही मौसमी बीमारियों का खतरा भी बना रहता है. इन सभी स्थिति को समझते हुए आगामी दिनों की प्लानिंग की जाएगी. चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों से उनकी प्लानिंग ली जाएगी. साथ ही अधिकारियों को मुख्यालय पर रहने के लिए पाबंद किया जाएगा.