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exclusive : कोटा में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज, आइसोलेशन वार्ड में भर्ती

कोटा में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज सामने आया है. जहां 22 वर्षीय छात्र चाइना के सुजो शहर से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था. वह गत 1 फरवरी को कोटा आया है और उसे खांसी जुकाम की शिकायत पर परिजन अस्पताल लेकर आए थे, जहां पर चिकित्सकों का मानना है कि वह कोरोना वायरस से पीड़ित हो सकता है. ऐसे में उसे संदिग्ध मानते हुए अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है.

कोटा न्यूज, kota news
कोटा में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज
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Published : Feb 19, 2020, 6:17 PM IST

Updated : Feb 20, 2020, 8:41 AM IST

कोटा. चीन में कोरोना वायरस का भयंकर कहर जारी है और हजारों की संख्या में मौत वहां हो चुकी है. अब कोटा जिले में भी कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज सामने आया है, जिसको एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया है, जो कुछ समय पहले ही चाइना से कोटा लौटा था.

ऐसे में चिकित्सकों ने उसका मॉनिटरिंग के लिए भर्ती किया है. साथ ही उसके जांच के लिए नमूने लेकर उनको जयपुर भेजा गया है. साथ ही उसके संबंध में जानकारी चिकित्सा विभाग के आला अधिकारियों को भी एमबीएस अस्पताल प्रबंधन कर दी है.

कोटा में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज

इसकी जानकारी मिलने के बाद सीएमएचओ डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर ने भी अपने आला अधिकारियों को अवगत करा दिया है. साथ ही जो उसके संपर्क में आए हैं, उनसे भी गहन पूछताछ चिकित्सा विभाग के अधिकारी कर रहे हैं और उनको भी मॉनिटरिंग पर रखा जा सकता है.

पढ़ें- अवैध बजरी खनन मामले में सुप्रीम कोर्ट सख्त, राजस्थान सरकार से 4 सप्ताह में मांगी रिपोर्ट


जानकारी के अनुसार बोरखेड़ा इलाके में रहने वाला 22 वर्षीय युवक बीते साढ़े 5 साल से चाइना से एमबीबीएस कर रहा था. वहां पर सुजो शहर के मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई कर रहा था.गत 1 फरवरी को ही युवक कोटा अपने परिजनों के पास आया था, जिसके बाद से उसकी तबीयत ठीक थी. हालांकि, बीते 7 - 8 दिनों से उसे खांसी जुकाम की शिकायत थी.

ऐसे में परिजन उसे एमबीएस अस्पताल लेकर गए, जहां पर चिकित्सकों ने उसकी हिस्ट्री तो सामने आया कि वह कोरोना वायरस का संदिग्ध हो सकता है. ऐसे में उसे एमबीएस अस्पताल के ही आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया है और उसके स्वाब के नमूने लेकर जयपुर जांच के लिए भेजे गए हैं. जांच के बाद ही पुष्टि हो पाएगी कि वह कोरोना वायरस से पीड़ित है या नहीं.

पढ़ें- बूंदीः धोखाधड़ी करने वाले 2 आरोपी गिरफ्तार, फर्जी आईएएस बनकर विधायक से ठगे थे 9 लाख

बता दें कि एमबीएस अस्पताल प्रबंधन ने उसे पूरी तरह से आइसोलेटेड रखा है. उसके पास न तो उसके परिजनों को जाने दिया जा रहा है ना ही स्टाफ वहां पर जाता है. एमबीएस अस्पताल का स्टाफ और चिकित्सक जब संदिग्ध मरीज के उपचार या जांच के लिए नमूना लेने जाते हैं, तो पर्सनल प्रोटेक्शन किट पहनकर ही भेजा जाता है.

एमबीएस अस्पताल में उसे मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. निर्मल शर्मा की यूनिट में एडमिट करवाया गया है. उन्हीं की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है. हालांकि, अस्पताल प्रबंधन ने पूरी तरह से कोरोना वायरस की तैयारी पहले ही शुरू कर दी थी. इसको लेकर पर्सनल प्रोटेक्शन किट से लेकर आइसोलेशन वार्ड और कुछ जरूरी दवाइयां भी वहां पर रखी गई है.

कोटा. चीन में कोरोना वायरस का भयंकर कहर जारी है और हजारों की संख्या में मौत वहां हो चुकी है. अब कोटा जिले में भी कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज सामने आया है, जिसको एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया है, जो कुछ समय पहले ही चाइना से कोटा लौटा था.

ऐसे में चिकित्सकों ने उसका मॉनिटरिंग के लिए भर्ती किया है. साथ ही उसके जांच के लिए नमूने लेकर उनको जयपुर भेजा गया है. साथ ही उसके संबंध में जानकारी चिकित्सा विभाग के आला अधिकारियों को भी एमबीएस अस्पताल प्रबंधन कर दी है.

कोटा में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज

इसकी जानकारी मिलने के बाद सीएमएचओ डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर ने भी अपने आला अधिकारियों को अवगत करा दिया है. साथ ही जो उसके संपर्क में आए हैं, उनसे भी गहन पूछताछ चिकित्सा विभाग के अधिकारी कर रहे हैं और उनको भी मॉनिटरिंग पर रखा जा सकता है.

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जानकारी के अनुसार बोरखेड़ा इलाके में रहने वाला 22 वर्षीय युवक बीते साढ़े 5 साल से चाइना से एमबीबीएस कर रहा था. वहां पर सुजो शहर के मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई कर रहा था.गत 1 फरवरी को ही युवक कोटा अपने परिजनों के पास आया था, जिसके बाद से उसकी तबीयत ठीक थी. हालांकि, बीते 7 - 8 दिनों से उसे खांसी जुकाम की शिकायत थी.

ऐसे में परिजन उसे एमबीएस अस्पताल लेकर गए, जहां पर चिकित्सकों ने उसकी हिस्ट्री तो सामने आया कि वह कोरोना वायरस का संदिग्ध हो सकता है. ऐसे में उसे एमबीएस अस्पताल के ही आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया है और उसके स्वाब के नमूने लेकर जयपुर जांच के लिए भेजे गए हैं. जांच के बाद ही पुष्टि हो पाएगी कि वह कोरोना वायरस से पीड़ित है या नहीं.

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बता दें कि एमबीएस अस्पताल प्रबंधन ने उसे पूरी तरह से आइसोलेटेड रखा है. उसके पास न तो उसके परिजनों को जाने दिया जा रहा है ना ही स्टाफ वहां पर जाता है. एमबीएस अस्पताल का स्टाफ और चिकित्सक जब संदिग्ध मरीज के उपचार या जांच के लिए नमूना लेने जाते हैं, तो पर्सनल प्रोटेक्शन किट पहनकर ही भेजा जाता है.

एमबीएस अस्पताल में उसे मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. निर्मल शर्मा की यूनिट में एडमिट करवाया गया है. उन्हीं की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है. हालांकि, अस्पताल प्रबंधन ने पूरी तरह से कोरोना वायरस की तैयारी पहले ही शुरू कर दी थी. इसको लेकर पर्सनल प्रोटेक्शन किट से लेकर आइसोलेशन वार्ड और कुछ जरूरी दवाइयां भी वहां पर रखी गई है.

Last Updated : Feb 20, 2020, 8:41 AM IST
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