कोटा. जिले के सुल्तानपुर में खांकि का मानवीय चेहरा सामने आया जहा पुलिस की सजगता से एक परिवार से बिछड़े एक मानसिक विक्षिप्त अधेड़ को फिर से परिवार मिल गया. इस दौरान पुलिस का मानवता भरा चेहरा भी देखने को मिला.
सुल्तानपुर थाना सीआई अंजना नोगिया ने बताया कि रविवार को यहां वह सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत दोपहर के समय पेट्रोल पंप पर नाकाबंदी कर रहे थे इसी दौरान कोटा की ओर से एक संदिग्ध अधेड़ पैदल घूमता हुआ मिला.
पढ़ें- छात्र संघ चुनाव 2019: कोटा के कॉलेजों की तस्वीर साफ, चुनावी मैदान में 9 कॉलेजों के 78 प्रत्याशी
जिससे पूछताछ करने पर वह कुछ नहीं बोल पाया. काफी तरह से पूछने का प्रयास किया गया लेकिन फिर भी अधेड़ कुछ नहीं बोल पाया. इसके बाद कॉन्स्टेबल रामकरण चौधरी ने उसकी मानसिक विक्षिप्त स्थिति को देखते हुए उसे चाय, पानी पिलाया और अल्पाहार करवाया. उसे भरोसे में लेकर हाथ मे पेन देकर परिचित के नम्बर, गांव का नाम लिखने का प्रयास किया.
अधेड़ ने उल्टे सीधे तरीके से कुछ नम्बर और नाम लिखे. इस के बाद कॉन्स्टेबल रामकरण ने एक से 10 तक की कागज में गिनती लिखकर उनमें नंबरों के आधार पर अधेड़ से मोबाइल नंबर चुनने को कहा. आधे घण्टे की मशक्कत के बाद जैसे-तैसे कर नंबर चिन्हित कर अधेड़ की ओर से एक मोबाइल नंबर लिखा गया. जिस पर पुलिस ने फोन किया तो वह नम्बर सीकर के नीमकाथाना निवासी सुभाष नाम के युवक का निकला.
पढ़ें- 'एक देश एक कर' का सपना पूरा कर गए जेटलीः बीजेपी
इस पर तुरंत ही पुलिस की ओर से सुभाष से संपर्क किया गया और अधेड़ की फोटो व्हाट्सएप पर भेजकर पहचान में मदद मांगी. थोड़ी ही देर में युवक की पहचान हो गई. अधेड़ महिपाल गुर्जर नीमकाथाना तहसील के भुजीवाला गांव का निवासी था. जो कि मानसिक विक्षिप्त होने के चलते बिना बताए घर से लापता हो गया था.
पिछले 1 सप्ताह से परिजन अधेड़ की तलाश में परेशान हो रहे थे. आखिरकार पुलिस की सजगता से अधेड़ सुल्तानपुर में मिल गया. जिसके बाद पुलिस द्वारा तुरंत ही अधेड़ के परिजनों को सूचित कर सुल्तानपुर थाने बुलाया गया जहा बाद में परिजनों के आने पर उसे सौंप दिया जाएगा. इस दौरान थाने में अधेड़ के लिए भोजन, चाय और नाश्ते का इंतजाम किया गया.
पढ़ें- सीकर : धोखाधड़ी कर ATM से निकाले 15 हजार, मामला दर्ज
वहीं सुल्तानपुर सीआई अंजना नोगियां के अनुसार जब तक इस मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति के परिवार वाले नहीं आ जाते तब तक इसे सुल्तानपुर थाने के मेहमान के रूप में रखकर इसकी सेवा की जाएगी.