कोटा. यूनिवर्सिटी 15 जुलाई से कोरोना काल में हुए लॉकडाउन के बाद बची हुई परीक्षाएं करवाने जा रहा है. ऐसे में गुरुवार को छात्रों ने कॉमर्स कॉलेज एबीवीपी के छात्रसंघ अध्यक्ष पुलकित गहलोत के नेतृत्व में यूनिवर्सिटी गेट के बाहर परीक्षाएं स्थगित करने की मांग को लेकर नारेबाजी की.
वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए कुल सचिव के चेंबर तक गए और वहां जाकर ज्ञापन सौंपा. इस दौरान एबीवीपी छात्रसंघ अध्यक्ष ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने बीकॉम की बची हुई परीक्षाओं को लेकर टाइम टेबल जारी किया है. यूनिवर्सिटी इस वैश्विक महामारी में भी परीक्षा करवाना चाहते हैं, जो कि छात्र हितों के खिलाफ है.
उन्होंने कहा कि हमारी यही मांग है कि इस कोरोना काल में परीक्षाएं होना उचित नहीं है, क्योंकि अभी दसवीं और बारहवीं के एग्जाम हुए है. उसमे एक छात्रा संक्रमित पाई गई थी. जिसके वजह से 400 छात्र और शिक्षकों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. ऐसी स्तिथि में कोटा यूनिवर्सिटी लाखों विद्यार्थियों का जीवन खतरे में डाल रहा है.
छात्रसंघ अध्यक्ष ने बताया कि कॉमर्स कॉलेज में कोटा के ही नहीं अपितु कोटा जिले के अलावा एमपी के भी छात्र पढ़ते है. जिनको परीक्षा देने आने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वह कैसे आएंगे और कहां रुकेंगे.
उन्होंने कहा कि परीक्षा के सम्बंध में कई अभिभावकों को भी चिंता सता रही है, वह भी यह कह रहे हैं कि परीक्षा बाद में दिलवा लेंगे. पुलकित गहलोत ने मांग करते हुए कहा कि जिस प्रकार अन्य प्रांतों की यूनिवर्सिटी ने वहां के छात्रों को परीक्षाएं निरस्त कर जनरल प्रमोट किया है. ऐसे ही कोटा यूनिवर्सिटी भी यहां के छात्रों को जनरल प्रमोट करे.
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उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार या यूनिवर्सिटी अगर यह चाहती है कि परीक्षाएं कराकर अपनी अर्थव्यवस्था को सुधार सकती है. हम यह बिल्कुल नहीं होने देंगे. छात्रों को खतरे में नहीं डाल सकते, इसके लिए चाहे आगे उग्र आंदोलन करना पड़े.