कोटा. देश की एकमात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2021 के परीक्षा पैटर्न का लंबा इंतजार अब विद्यार्थियों की बेचैनी में परिवर्तित हो चुका है. कोविड-19 की दूसरी लहर ने विद्यार्थियों की इस बेचैनी को और बढ़ा दिया है.
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कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि 12 मार्च को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी 2021 के आयोजन को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया था. जिसमें यह परीक्षा पेन पेपर मोड पर 1 अगस्त को आयोजित किए जाने की घोषणा की गई थी, लेकिन उसके बाद 3 सप्ताह से ज्यादा समय हो गया है. जबकि नोटिफिकेशन में कहा गया था कि परीक्षा पैटर्न और पात्रता की शर्तें के साथ परीक्षा केंद्रों की सूचनाएं इनफॉरमेशन ब्रोशर के जरिए जारी कर दी जाएगी.
एनटीए ने इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की है. परीक्षा पैटर्न को लेकर कई तरह की अफवाह भी सामने आई. कुछ शरारती जालसाजों और असामाजिक तत्वों ने नेशनल मेडिकल कमिशन नई दिल्ली के हवाले से एक फर्जी नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया. जिसके तहत नीट यूजी 2021 का परीक्षा पैटर्न बदला हुआ दर्शाया गया था, बाद में इसका खंडन भी जारी किया गया.
देव शर्मा ने बताया कि आगामी मई महीने में सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं भी प्रारंभ हो जाएंगी. ऐसे में यदि ठीक समय पर सिलेबस और परीक्षा पैटर्न जारी कर दिए जाएं तो विद्यार्थी बोर्ड परीक्षाओं और नीट परीक्षा की तैयारी के मध्य बेहतर संतुलन स्थापित कर सकेंगे. नीट यूजी के सिलेबस में कोई कटौती की जाती है या फिर सिलेबस में कटौती किए बिना जेईई मेन की भांति ही परीक्षा पैटर्न में परिवर्तन किया जाता है, तो विद्यार्थी परिवर्तनों के आधार पर अपनी परीक्षा की तैयारी की दिशा बेहतर तरीके से निर्धारित कर पाएंगे.