कोटा. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले बैंक कार्मिक और अधिकारी संगठनों ने आज दो दिवसीय हड़ताल शुरू की है. बड़ी संख्या में बैंक कर्मिक एरोड्रम स्थित एसबीआई की ब्रांच पर एकत्रित हुए. जहां पर केंद्र सरकार और वित्त मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की करीब 3 घंटे तक यहां पर लगातार प्रदर्शन इन बैंक कार्मिकों ने किया है. हड़ताल में 31 जनवरी और 1 फरवरी को हाड़ौती की 250 बैंक शाखाएं बंद रहेंगी. अंदाजा लगाया जा रहा है उस हडताल से करीब 400 करोड़ रुपए का कामकाज प्रभावित होगा.
बैंक कार्मिकों ने मांग की है कि वेतन समझौते को लागू किया जाए, 5 दिन बैंकिंग की व्यवस्था हो, लीव बैंक स्थापित किया जाए, पुरानी पेंशन योजना सभी कार्मिकों के लिए लागू हो और बैंकों में नई पेंशन योजना को पूरी तरह से बंद कर दिया जाए. बैंक कर्मियों का कहना है कि, फैमिली पेंशन को अपग्रेड किया जाए, ऑफिसर्स के काम के घंटे तय हों. सभी बैंकों में एक समान कार्य समय और लंच टाइम की व्यवस्था लागू की जाए.
बैंकों में बिजनेस कॉरस्पॉडेंट और कॉन्ट्रैक्ट लेबर जो है, उनको पूरा पारिश्रमिक दिया जाए. इसके अलावा एनपीए के नाम पर जो बैंकों का प्रॉफिट कम कर औद्योगिक घरानों को लाभ सरकार पहुंचा रही है, उन उद्योग घरानों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए. प्रदर्शन में बैंक नेता संजीव झा, रमेश सिंह, पदम कुमार पाटोदी, आईएल मीणा, सीएल मीणा, डीसी साहू, अशोक ढल सहित बड़ी संख्या में बैंक कार्मिक शामिल रहे.
इस हड़ताल में बैंक में कर्मचारी और अधिकारी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस एआईबीए के बैनर तले प्रदर्शन करने पहुंचे थे. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन में शामिल 9 कर्मचारी संगठन एआईबीईए, आईबोक, एनसीबीई, एआईबीओए, बेफी, इंबेफ, इन्बॉक, एनोबीडब्ल्यू व नोबो शामिल रहे.