कोटा. स्मार्ट सिटी के तहत जिले में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा को लेकर मंगलवार को स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक कलेक्ट्रेट के टैगोर हॉल में आयोजित हुई. इसमें प्रदेश के स्वायत्त शासन एवं नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल के साथ ही डायरेक्टर लोकल बॉडी और स्मार्ट सिटी कोटा के चेयरमैन भवानी सिंह देथा भी मौजूद रहे. इस दौरान कोटा शहर में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति के बारे में चर्चा की गई. इसके अलावा नए प्रोजेक्ट के बारे में भी बातचीत की गई. इस दौरान कोटा में 50 करोड़ रुपये के नए प्रोजेक्ट के लिए स्वीकृति भी जारी की गई.
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नए प्रोजेक्ट के तहत नयापुरा स्थित विवेकानंद चौराहा, घोड़े वाले बाबा चौराहा और कलेक्ट्रेट सर्किल को विकसित किया जाएगा. इसके साथ ही बैठक में मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से भी बातचीत की गई. मेडिकल कॉलेज में विकास कार्य करवाने के लिए स्मार्ट सिटी के तहत 10 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. इसके तहत कोविड-19 के मरीजों की भी सुविधा के लिए कार्य करने होंगे. साथ ही नगर निगम को भी सफाई के साथ अन्य कई व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए निर्देश दिए गए हैं.
दशहरा मैदान के सेकंड फेज के लिए भी की गई चर्चा...
कोटा का दशहरा मैदान स्मार्ट सिटी के तहत तैयार हुआ है. इसमें फेज-1 का ही काम अभी पूरा हुआ है. ऐसे में बैठक के दौरान फेज-2 को लेकर भी चर्चा की गई. साथ ही यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि नागाजी के बाग को भी विकसित किया जाए. वहां पर किशोर सागर तालाब से पानी लाकर एक कृत्रिम झरना बनाया जाए.
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अभय कमांड सेंटर में भी विकसित की जाएंगी अन्य सुविधाएं...
कोटा शहर में अभी अभय कमांड सेंटर के जरिए निगरानी की जा रही है. इसमें चौराहों और मुख्य मार्गों पर लगे हुए सीसीटीवी कैमरों के जरिए पुलिस मॉनिटरिंग करती है, लेकिन अब इस मॉनिटरिंग को और दुरुस्त किया जाएगा. जिन इलाकों में कैमरे नहीं हैं और मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही है, वहां भी कैमरे स्थापित किए जाएंगे. इसके अलावा अभय कमांड सेंटर में अन्य सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी. इसके लिए भी स्मार्ट सिटी फंड से 10 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. इस बैठक में जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़, यूआईटी सचिव राजेंद्र सिंह कैन, यूआईटी के सलाहकार आईडी मीणा, निगम आयुक्त वासुदेव मालावत और कीर्ति राठौड़ सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.