कोटा. दुर्घटना में घायल मरीज के इलाज में कोताही बरतने से मरीज की मौत होने के मामले में आखिरकार मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने 4 डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई कर दी है. इनमें 3 रेजिडेंट डॉक्टर को 7 दिन के लिए निलंबित किया गया है, वहीं चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई के लिए चिकित्सा सचिव को पत्र भेजा है. मामले को लेकर हाड़ौती विकास मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष राजेंद्र सांखला के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था. और दोषी चिकित्सकों के खिलाफ 3 दिन में कड़ी कार्रवाई की मांग की थी.
दरअसल, एमबीएस अस्पताल में अप्रैल महीने में दुर्घटना में घायल सुनील अग्रवाल के इलाज में लापरवाही का मामला सामने आया था. मरीज को 2 घंटे तक अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया था. उपचार के अभाव में उसकी मृत्यु हो गई थी. इस मामले में गठित मेडिकल कॉलेज की टीम ने 4 डॉक्टर्स को दोषी माना था. लेकिन प्राचार्य गिरीश वर्मा कार्रवाई की जगह लीपापोती करने में जुटे हुए थे. उन्होंने केवल दोषी डॉक्टर्स को कारण बताओ नोटिस देकर मामले में इतिश्री कर ली थी. इसको लेकर हाड़ौती विकास मोर्चा ने 11 मई को मेडिकल कॉलेज प्राचार्य का घेराव किया था. जिसके बाद मंत्री शांति धारीवाल ने कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए जयपुर से जांच टीम भेजने की बात कही थी.
इस पूरे घटनाक्रम के बाद बुधवार को मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने कार्रवाई करते हुए रेजिडेंट डॉ. मोहम्मद सलीम, डॉ. रोहित सोनी और डॉ. शिवराज अरोड़ा को 7 दिन के लिए निलंबित कर दिया है. वहीं सीएमओ ड्यूटी कर रहे डॉ. अमित पटेल के खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिख दिया है.