कोटा. जिला परिषद और पंचायत समिति के (Panchayat Election Result 2021) परिणाम जारी हो गए हैं. इसमें भारतीय जनता पार्टी को बढ़त हासिल हुई है. इस चुनाव में जिले के चार विधायकों की साख दाव पर लगी हुई थी. इनमें दो भाजपा और दो कांग्रेस विधायक शामिल हैं. विधायकों के क्षेत्रों में पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्यों को अपनी पार्टी को जीत दिलाने की बात की जाए, तो इसमें सांगोद के विधायक भरत सिंह फेल और कल्पना देवी साबित नजर आ रहे हैं.
दूसरी तरफ रामगंजमंडी के विधायक मदन दिलावर अपने इलाके में पार्टी के सर्वाधिक उम्मीदवारों को जीत दिलाई. जिनमें जिला परिषद और पंचायत समिति दोनों के प्रत्याशी शामिल हैं. पीपल्दा के विधायक रामनारायण मीणा की बात की जाए तो उनका प्रदर्शन बराबरी जैसा ही रहा है. वह इटावा में भाजपा से थोड़ी सी ज्यादा सीटें पंचायत समिति और जिला परिषद में लेकर कांग्रेस को जीत दिला पाए है. जिले की 23 जिला परिषद सीटों में 13 पर भाजपा जीती है, वहीं 10 पर कांग्रेस को विजय मिली है. इसी तरह से जिले की पांच पंचायत समितियों की 91 सीटों में से 46 पर भाजपा जीती है. वहीं 39 पर कांग्रेस और 6 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों का कब्जा रहा.
लाडपुरा विधायक का प्रदर्शन भी नहीं रहा अच्छा
लाडपुरा की विधायक कल्पना देवी के क्षेत्र में कांग्रेस ने पंचायत समिति में अच्छा बहुमत हासिल किया है. लाडपुरा पंचायत समिति में 15 वार्डों में महज तीन पर ही भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जीते हैं, जबकि 2 पर निर्दलीय और 10 पर कांग्रेस काबिज हुई है. जिला परिषद सदस्यों की बात की जाए तो 4 वार्ड उनकी विधानसभा क्षेत्र में आ रहे थे, जिनमें से 2 पर ही भाजपा के प्रत्याशी जीते हैं. दो पर कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है. जिला परिषद और पंचायत समिति दोनों की बात की जाए तो यहां पर भारतीय जनता पार्टी को ज्यादा कुछ हासिल नहीं हुआ है.
विधायकों में दिलावर का रहा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर की बात की जाए तो उनका प्रदर्शन सभी विधायकों में सर्वश्रेष्ठ रहा. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को जिला परिषद सदस्यों के लिहाज से भी बढ़त दिलाई है. साथ ही खैराबाद पंचायत समिति में भी भाजपा का बहुमत वह लेकर आए हैं. रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र की पांच जिला परिषद सीटों में से 4 में भाजपा के प्रत्याशी जीते हैं, जबकि खैराबाद पंचायत समिति के चुनाव में 23 वार्डों में से 14 भाजपा के आए हैं. यहां पर स्पष्ट बहुमत भाजपा के पास है, जबकि कांग्रेस के 9 प्रत्याशी जीते हैं.
कांग्रेस का सांगोद में नहीं रह अच्छा प्रदर्शन
सांगोद विधायक भरत सिंह की बात की जाए तो उनके इलाके में सांगोद और सुल्तानपुर दो पंचायत समितियां आती है. दोनों में ही सीटों पर भारतीय जनता पार्टी काबिज हुई है. सांगोद पंचायत समिति की सीटों में 13 पर भारतीय जनता पार्टी आई, जबकि कांग्रेस पार्टी 6 पर ही सिमट गई. सुल्तानपुर पंचायत समिति के भी कुछ वार्ड सांगोद विधानसभा में आते हैं. वहां भी कांग्रेस का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा. जिला परिषद सदस्यों की बात की जाए तो 7 सीटें यहां पर हैं. वार्ड 10 से 15 तक और 23 नंबर सांगोद एरिया में आती हैं. इनमें से तीन सीटों पर ही कांग्रेस के प्रत्याशी जीत पाए हैं. जबकि वार्ड नंबर पर प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुका है.
रामनारायण मीणा कई सफल तो कहीं असफल
पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा की बात की जाए तो उनके क्षेत्र की छह सीटों में चार में जिला परिषद सदस्य जीते हैं. साथ ही उनके इलाके में आने वाली इटावा पंचायत समिति में भी 17 वार्डों में से 8 में कांग्रेस जीत गई है, लेकिन भाजपा यहां पर 7 पर काबिज है अन्य पर दो निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं. ये प्रधान बनाने के लिए किंग मेकर की स्थिति में है, हालांकि इस इलाके में सुल्तानपुर पंचायत समिति का काफी ज्यादा हिस्सा आता है. जहां पर भारतीय जनता पार्टी काबिज हुई है. सुल्तानपुर की 17 सीटों में से 9 पर बीजेपी, 6 कांग्रेस और दो पर निर्दलीय ने जीत हासिल की है. वहीं स्पष्ट बहुमत भाजपा के हाथ में है.