कोटा. राजस्थान और मध्य प्रदेश के आला पुलिस अधिकारियों की बैठक सोमवार को शहर के पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित हुई. इसमें कोटा रेंज आईजी बिपिन कुमार पांडे और मध्य प्रदेश के चंबल रेंज आईजी डीपी गुप्ता मौजूद रहे. साथ ही सीमावर्ती जिलों के आला पुलिस अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद थे. जिनमें एसपी, एडिशनल एसपी और पुलिस उपाधीक्षक शामिल रहे.
बैठक में अधिकारियों ने सीमावर्ती जिलों में आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम और राज्य के बदमाशों को पकड़ने के तौर तरीकों पर चर्चा की. साथ ही राज्यों के पुलिस अधिकारी एक-दूसरे से समन्वय बनाए रखेंगे, ताकि अपराधियों पर लगाम लगाई जा सके. वहीं, अपराधिक गतिविधियों में लिप्त गैंगों को भी पकड़ा जा सके, जो दोनों राज्यों में सक्रिय रहती है.
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इसके अलावा बैठक में मादक पदार्थ के आरोपियों के संबंध में सूचनाओं का आदान-प्रदान और रोकथाम के उपायों पर भी बातचीत की गई. साथ ही अनैतिक देह व्यापार और मानव तस्करी की रोकथाम की सूचनाओं को आदान-प्रदान कर प्रभावी रूप से कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की गई. वहीं, चोरी और जब्त वाहनों की जानकारी साझा कर संयुक्त रूप से कार्रवाई करने पर चर्चा हुई. जेलों से रिहा होने वाले अपराधियों की जानकारी साझा करने और इनामी बदमाशों की धरपकड़ अभियान पर भी बातचीत की गई.
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वहीं, बैठक में हाड़ौती और इससे सटे मध्य प्रदेश के चंबल जोन में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले मेलों में सीमावर्ती जिलों से पुलिस बल भेजना तय हुआ है, ताकि दूसरे राज्यों के अपराधियों की पहचान की जा सके. इस बैठक में 8 जिलों के पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारी मौजूद रहे.