कोटा. गहलोत सरकार के मंत्रियों ने भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर तीखा हमला बोला है. रघु शर्मा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. महंगाई थमने का नाम नहीं ले रही. वहीं, प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने भी भारतीय जनता पार्टी की आशीर्वाद यात्रा पर जवाब दिया.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री प्रदेश को समय से वैक्सीन नहीं दिला पाए हैं. बंगाल के चुनाव के चलते कोविड-19 की लहर की तैयारी नहीं कर पाए. पेट्रोल-डीजल काफी महंगा है. क्या सब कुछ अव्यवस्थाओं के ऊपर ही जन आशीर्वाद यात्रा निकाली जा रही है. यह सब ड्रामेबाजी चल रही है.
चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराकर मैं एहसान नहीं कर रहा, सांसदों को भी प्रदेश से मिल रहा है टैक्स : रघु शर्मा ने कहा कि भारत में फेडरल सिस्टम लागू है. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार दोनों की जिम्मेदारी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की है. कोविड-19 के दौरान समय से ऑक्सीजन प्रदेश के उपलब्ध नहीं करवाई गई. उन्होंने कहा कि राज्य हो या केंद्र सरकार, सभी को टैक्स मिलता है. ऐसे में उनकी भी जिम्मेदारी बनती है.
जिस तरह से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार जीत के आई और मैं चिकित्सा मंत्री हूं, जनता की ताकत से ही मैं चिकित्सा मंत्री बना हूं. मैं जनता के ऊपर एहसान नहीं कर रहा हूं, उनके लिए चिकित्सा सुविधा प्रदान कर. इसी तरह से राजस्थान से 25 सांसद भारतीय जनता पार्टी के जीतकर केंद्र में गए हैं. उन सबकी जिम्मेदारी है, उनकी हैसियत प्रदेश की जनता के जरिए ही बनी है. वह प्रदेश की जनता पर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के मामले में कोई एहसान नहीं कर रहे हैं.
कोटा दौरे के दौरान और क्या रहा खास...
प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस, जेकेलोन और नए अस्पताल में करोड़ो रुपये की चिकित्सा सुविधाओं का लोकार्पण किया. इसके साथ ही कोविड-19 के संभावित लहर को लेकर भी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के साथ बातचीत की. जिसमें मेडिकल कॉलेज कोटा के चिकित्सकों ने प्रेजेंटेशन दिया. इस पूरे कार्यक्रम में उनके साथ प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल भी मौजूद रहे. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि तीसरी लहर कब आ सकती है, इस संबंध में कुछ भी सही नहीं बताया जा सकता है. लेकिन प्रदेश में स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की एक टीम बनाई हुई है, जो कि अंतरराष्ट्रीय जनरल्स को लेकर समय-समय पर चेतावनी देती है. उसी टीम ने चेतावनी दी हुई है कि सितंबर के मध्य में तीसरी लहर आ सकती है. इसी की तैयारी सरकार ने अस्पतालों में की है.
सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में शुरू करेंगे ऑन्को और न्यूरो सर्जरी की सेवाएं : कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन के लिए दिल्ली हमें जाना पड़ा, लेकिन अब प्रदेश में 400 ऑक्सीजन के प्लांट लगा रहे हैं. लिक्विड ऑक्सीजन का काम भी चल रहा है. कोटा में भी प्लांट लग रहे हैं. कोटा में 3000 सिलेंडर का उत्पादन होगा. इसके प्लांट लग रहे या स्थापित हो चुके हैं. एसएमएस में जीनोम सीक्वेंस लैब स्थापित किए हैं. एनआईसीयू व पीआईसीयू के बेड बढ़ गए हैं. अब 250 यूजी सीट हैं. यहां रीनल ट्रांसप्लांट भी हुई है. एसएसबी में ऑन्कोलॉजी और न्यूरोसर्जरी की सुविधा नहीं मिल रही है, इस पर भी जल्द ही कोशिश की जाएगी.
हमारी बदनामी करने की कोशिश की : मंत्री रघु शर्मा ने जेके लोन अस्पताल कोटा के मुद्दे पर कहा कि हमें बदनाम करने की कोशिश की गई है. जबकि कांग्रेस के शासन में लगातार बच्चों को अच्छा उपचार उपलब्ध करवाया जा रहा है और बच्चों की जो मृत्यु दर थी, उसे काफी कम किया जा रहा है. पहले 6.12 फीसदी भर्ती बच्चों की मौत हो जाया करती थी. यह एक साल के कार्य में मृत्यु दर 5.61 फीसदी पहुंची और अब कम होकर 4.08 फीसदी पहुंची है. इसके बाद ही डेढ़ साल में प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने पूरा आमूलचूल परिवर्तन कर दिया है. यह यूडीएच के मंत्री हैं, लेकिन कोटा मेडिकल कॉलेज और चिकित्सा विभाग में करोड़ों रुपए के कार्य इन्होंने करवा दिए हैं.
चिकित्सा में अब तक के शासन में सबसे ज्यादा काम : यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के शासन और कांग्रेस के शासन को कोटा की जनता को तुलना करनी चाहिए. क्योंकि उन शासन में कितना काम किया गया. एमबीएस अस्पताल 1953 में बना था, तब से लेकर इस साल सबसे ज्यादा निर्माण कार्य यहां पर हुआ है. कांग्रेस के दो साल में 350 करोड़ रुपए से ज्यादा के काम करवाए गए हैं. कोटा मेडिकल कॉलेज में भी एसएमएस अस्पताल जयपुर की तरह ही अब चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. जो मशीनें वहां पर उपलब्ध थीं उन्हें कोटा में स्थापित करवाया गया है.
किडनी ट्रांसप्लांट और ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण : चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा दोपहर 12:15 बजे सर्किट हाउस पहुंचे. यहां से सीधे एमबीएस अस्पताल पहुंचे, जहां पर एमबीएस अस्पताल और जेके लोन में स्मार्ट सिटी के तहत बन रहे आउटडोर और आईपीडी ब्लॉक का निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने जेके लोन अस्पताल में 65 लाख की लागत से स्थापित 4-डी कलर डॉप्लर मशीन का भी लोकार्पण किया है.
वहीं, नवनिर्मित एनआईसी और पीआईसीयू के साथ-साथ मदर वार्ड का भी जायजा लिया. उसके बाद यहां से सीधे नए अस्पताल पहुंचे, जहां पर मुख्यमंत्री बजट घोषणा के जरिए स्थापित हुई 8 करोड़ के नवीन किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट का लोकार्पण किया और नवनिर्मित द्वितीय तल का भी निरीक्षण किया. साथ ही एसडीआरएफ फंड से स्थापित ऑक्सीजन प्लांट का भी लोकार्पण किया. वहीं, नई एएलएस एंबुलेंस जन सेवा के लिए समर्पित की, साथ ही मल्टी डिजीज रिसर्च यूनिट का लोकार्पण किया.