कोटा. दिल्ली की सीमा पर बैठे किसानों के समर्थन में कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर कोटा में भी किसान आंदोलित हैं. बुधवार को किसान धरना स्थल से उठकर अपनी मांगों को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के शक्ति नगर आवास पर ज्ञापन देने पहुंचे.
लेकिन शक्ति नगर आवास पर लोकसभा स्पीकर के नहीं होने पर किसानों को पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर कोटा नगर निगम कार्यालय के पास रोक दिया. इससे नाराज होकर किसानों ने सड़क के किनारे की धरने पर बैठ गए. किसानों ने कहा कि वे लोग लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को संसद में पारित हुए तीनों कृषि कानून को वापस लाने की मांग का ज्ञापन देंगे. केंद्र सरकार ने इन कानूनों को बनाकर देश के किसानों का डेथ वारंट लिखा है. किसानों ने कहा कि कानून के मामले में केंद्र के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष भी जिम्मेदार हैं.
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ट्रैक्टर और कृषि उपकरण दिए...
किसान दिवस के उपलक्ष्य में नांता कृषि फार्म में संभागीय आयुक्त कैलाश चंद मीणा की मौजूदगी में सीएफसीएल की ओर से कृषि फार्म को 10 लाख की लागत से ट्रैक्टर एवं कृषि उपकरण प्रदान किए. संभागीय आयुक्त ने कहा कृषि के क्षेत्र में रिसर्च एवं नवाचार का लाभ खेतों तक पहुंचे, किसान को उनका लाभ मिले तभी जाकर सार्थकता सिद्ध होगी. उन्होंने कहा कि हाड़ौती क्षेत्र में कृषि में रिसर्च एवं नवाचार की विपुल संभावनाएं हैं. यहां के वातावरण, भूमि की उर्वरकता व जल की उपलब्धता को देखते हुए कृषि अधिकारी खेतों तक नवाचारों को पहुंचाएं. उन्होंने कहा कि आधुनिक कृषि में कृषि यंत्रों का विशेष महत्व है. सीएफसीएल के प्रबंधक विकास भाटिया ने सीएसआर गतिविधियों की जानकारी देते हुए पीपीपी मोड पर इंटीग्रेटेड खेती व अनुसंधान में सहयोग की बात कही.