कोटा. दादाबाड़ी थाना इलाके के सेंटर मोदी स्कूल में रविवार को आयोजित हुई नीट यूजी 2022 के (NEET UG Hijab Controversy) परीक्षा में कुछ छात्राओं ने हिजाब पहनकर ही परीक्षा देने की मांग रख दी थी. जिन पर उन्हें ड्रेस कोड का उल्लंघन करते हुए हिजाब के साथ ही परीक्षा दिलवाई गई है. हालांकि, इस मामले में हिंदू संगठन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के खिलाफ हो गए हैं और उन्होंने इस संबंध में कार्रवाई के लिए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
हिंदू संगठन के पदाधिकारी बजरंग दल के सह प्रांत संयोजक योगेश रेनवाल के नेतृत्व में सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और हिजाब में छात्राओं को परीक्षा दिलाने वाले स्टाफ और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के ऑब्जर्वर पर कार्रवाई की मांग की. विहिप प्रचार प्रमुख रामबाबू मालव ने बताया कि परीक्षा के नियमों के अनुसार सभी छात्र-छात्राएं फुल आस्तीन के कपड़े नहीं पहन सकते थे. नोज पिन, इयररिंग्स, घड़ी और सभी उपकरण बाहर रखवा लिए गए.
उनका आरोप है कि विद्यार्थियों को ढीले-ढाले कपड़ों में आना था, लेकिन मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर परीक्षा देने की अनुमति दी गई. जबकि जो हिन्दू छात्र और छात्राएं फुल आस्तीन के कपड़े पहनकर आएं, तो उनके आस्तीन तक को काट दिया गया. इस पूरे मामले को उन्होंने धार्मिक तुष्टीकरण बताते हुए घटना को भेदभाव बताया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई जाती है तब वह भी हिंदू छात्र-छात्राओं को तिलक लगाकर भगवा दुपट्टा पहनाकर परीक्षा केंद्र में भेजेंगे. इसकी जिम्मेदार राजस्थान सरकार और प्रशासन होगी.