कोटा. शहर के कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले अन्य राज्यों के बच्चों की घर वापसी हो रही हैं. यहां तक कि राजस्थान सरकार ने भी कोटा में पढ़ने वाले बच्चों को अपने-अपने गृह जिलों में भेज दिया है, लेकिन बिहार सरकार अपने छात्रों को वापस नहीं ले जा रही है.
हालांकि बिहार सरकार ने छात्रों को टैक्सी लेकर या निजी वाहनों की अनुमति लेकर आने पर बिहार में प्रवेश देने पर सहमति जता दी है, लेकिन किराया ज्यादा होने के चलते छात्र वापस नहीं जा पा रहे हैं. इसी के विरोध में सोमवार को लैंडमार्क सिटी एरिया में कोचिंग छात्र जो कि बिहार के निवासी हैं, उन्होंने प्रदर्शन किया.
पढ़ेंः CORONA EFFECT: लॉकडाउन में रंगत खोता जा रहा है सोजत का मेहंदी उद्योग
इसमें बड़ी संख्या में छात्राएं भी मौजूद रहीं. यह छात्र-छात्राएं सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर सड़क पर बैठ गए और बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे. इसकी सूचना मिलने पर कुन्हाड़ी थाना पुलिस मौके पर पहुंची, पहले तो उन्होंने सभी से समझाइश की और मौके से हटाया.
साथ ही इस मामले को लॉकडाउन का उल्लंघन मानते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन मानते हुए कार्रवाई की है. जिसमें प्रदर्शनकारी स्टूडेंट, हॉस्टल मालिक और कोचिंग संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. हालांकि दर्ज की गई एफआईआर में किसी का नाम नहीं है.
पढ़ेंः झालावाड़: नौलखा किले के जंगलों में लगी आग, हजारों पेड़ पौधे जलकर हुए खाक
पुलिस का मानना है कि हॉस्टल मालिक और कोचिंग संचालक ने छात्रों को प्रदर्शन के लिए उकसाया हैं. कुन्हाड़ी थानाधिकारी गंगासहाय शर्मा के अनुसार पूरे प्रदर्शन स्थल की वीडियोग्राफी करवाई है. इसमें जो भी छात्र होंगे, उनके हॉस्टल का पता लगाया जाएगा. साथ ही कोचिंग संस्थान से जुड़े कौन लोग इस कार्य में शामिल है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.