पाली. शादी समारोह के दरमियान सोजत की मेहंदी भारत सहित सात समंदर पार भी दुल्हन के हाथों में रचती है. लेकिन इस लॉकडाउन के चलते पाली जिले सहित सभी जगह हजारों की संख्या में शादी समारोह के कार्यक्रम निरस्त हो चुके हैं. सोजत का मेहंदी उद्योग अभी अपनी रंगत में नजर नहीं आ रहा है. मेहंदी किसान, उद्यमी और व्यापारी सभी परेशान है.
बता दें कि, पाली जिले के सोजत मारवाड़ जंक्शन क्षेत्र में सबसे ज्यादा मेहंदी का उत्पादन होता है. यहीं से इस मेहंदी के पत्तों की पिसाई कुटाई करने के बाद में अलग-अलग जगह पूरे देश में और विदेश के लिए भेजी जाती है. हर साल मेहंदी के व्यापार से करोड़ों रुपए का व्यापार होता है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से सोजत की मेहंदी मंडी पूरी तरह से बंद है.
करोड़ों रुपए का माल इस मंडी में पड़ा है. इसे खरीदने वाला कोई नहीं है. किसानों के घरों में भी हजारों बोरियां मेहंदी के पत्तों की भरी हुई पड़ी है. किसान भी लॉकडाउन के चलते इसे बेच नहीं पा रहे हैं. किसान और व्यापारियों की समस्या को देखते हुए मॉडिफाइड लॉकडाउन के दरमियान सोजत में मेहंदी उद्योग को शुरू करने की अनुमति हलांकि दी गई थी.
शादी-समारोह के कार्यक्रमों का असर:
लेकिन अब इन व्यापारियों के सामने सबसे बड़ा संकट निरस्त हो रहे शादी-समारोह के कार्यक्रम भी हैं. व्यापारियों का कहना है कि, जिले सहित देशभर में हजारों की संख्या में शादियों के कार्यक्रम निरस्त हो रहे हैं. इसका सीधा प्रभाव मेहंदी उद्योग पर भी नजर आया है. सोजत की मेहंदी की डिमांड पूरी तरह से खत्म हो चुकी है.
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मेहंदी के खरीददार नहीं:
मेंहदी व्यापारियों का कहना है कि, अगर हम मेहंदी का कारोबार शुरु भी करते हैं तो हमारी मेहंदी के खरीदार कहां मिलेंगे. हम इसे कहां बेचेंगे. लॉकडाउन के चलते माल को बाहर जाकर कहीं बेच नहीं सकते. हालात यह हैं कि, मेहंदी व्यापारी अब परेशान हैं और इन्हें सरकार से कुछ राहत की उम्मीद है.