कोटा. पेट्रोल-डीजल की किल्लत (Shortage of Petrol Diesel) झेल रहे ग्राहकों को अब निजी पेट्रोल पंपों पर ज्यादा राशि देनी पड़ेगी. रिलायंस और नायरा के पेट्रोल पंप पर डीजल और पेट्रोल की राशि बढ़ा दी गई है. नायरा के पेट्रोल पंप पर डीजल और पेट्रोल पर 5 रुपए की बढ़ोतरी की गई है जबकि रिलायंस के पेट्रोल पंप पर पेट्रोल पर 5 और डीजल पर 3 रुपए बढ़ाए गए हैं. जिसके बाद यह पूरा भार ग्राहकों पर ही पड़ने वाला है. हालांकि, इसके बावजूद भी पेट्रोल पंप पर अभी सप्लाई नहीं सुधरी है जबकि सरकारी पेट्रोलियम कंपनियां हिंदुस्तान पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल और भारत पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप पर अभी भी पुराने दाम पर ही फ्यूल मिल रहा है.
ग्राहकों का कहना है कि कच्चे माल की कीमत, टैक्स और वैट सब कुछ निजी और सरकारी दोनों पर एक समान है. उसके बावजूद भी निजी पेट्रोल पंपों पर ज्यादा वसूली गलत है. आम जनता आर्थिक बोझ से परेशान होगी, कुछ पर्टिकुलर एरिया में ही निजी पेट्रोल पंप स्थित है. ऐसे में आसपास की आबादी उससे काफी ज्यादा प्रभावित होगी. साथ ही बड़े राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी इस तरह के पेट्रोल पंप स्थित हैं, वहां भी आने वाली जनता को महंगा दाम का पेट्रोल मिलेगा. सरकारी पेट्रोल पंप पर जहां पेट्रोल 107.95 रुपए और डीजल 93.25 रुपए मिल रहा है तो वहीं निजी पेट्रोल पंप पर पेट्रोल 113 रुपए मिल रहा है. जबकि नायरा के पेट्रोल पंप पर डीजल 98 रुपए और रिलायंस पर 96 रुपए का मिल रहा है. जबकि कुछ समय पहले ही केंद्र सरकार ने आम जनता को राहत देते हुए पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी को कम किया था, जिससे पेट्रोल 9 रुपए और डीजल 7 रुपए सस्ता हुआ था.
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सरकारी कंपनियों के डीलर्स ने जताया ऐतराज- कोटा पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुमीत सिंह बेदी ने इस पर एतराज जताया है. उन्होंने कहा कि सरकारी तेल कंपनियों के दाम को तय करने का काम एडमिनिस्टर्ड प्राइस मेकैनिज्म (एपीएम) करती है. ऐसे में सरकारी तेल कंपनियों ने दाम नहीं बढ़ाए हैं, लेकिन निजी तेल कंपनियों ने पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ा दिए हैं. इसके चलते पेट्रोल-डीजल की किल्लत पहले से ही झेल रहे ग्राहकों पर आर्थिक भार भी पड़ गया है. निजी कंपनियों को इस तरह से पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाने की छूट नहीं देनी चाहिए.
हाड़ौती में एक दर्जन निजी पेट्रोल पंप- हाड़ौती संभाग में करीब 130 पेट्रोल पंप हैं. इनमें हर दिन 5 लाख लीटर पेट्रोल और 10 लाख लीटर डीजल की बिक्री होती है, लेकिन आउटर एरिया के करीब 30 पंपों पर पेट्रोल डीजल की भारी किल्लत है. वहां पर पेट्रोल डीजल खत्म होने के बाद ही सप्लाई मिल रही है. ऐसे में कुछ समय पर ग्राहकों को वहां पेट्रोल डीजल नहीं मिलता है. यह पेट्रोल पंप ड्राई हो जाते हैं, इसी किल्लत का फायदा उठाते हुए निजी तेल कंपनियों ने घाटा कम करने के लिए पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ा दिए. हाड़ौती के चारों जिले कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ में रिलायंस व नायरा के करीब 12 पेट्रोल पंप स्थित हैं, जिन पर बुधवार से ही बढ़ी हुई दर ली जा रही है. हालांकि, इसके बावजूद भी वहां पर पर्याप्त सप्लाई नहीं मिल रही है.