कोटा. जिले की आर. के पुरम पुलिस ने एक माह से लापता चल रहे खनिज विभाग के लिपिक योगेश भट्ट को मंगलवार को घर से बरामद कर लिया. पूछताछ के दौरान योगेश भट्ट ने बताया कि उसे अपने विभाग के अधिकारियों मुख्यतः पन्नालाल परेशान करते थे. उन लोगों से डर भी था, इसलिए वह बिना बताए चला गया था.
वहीं कोटा सिटी एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि योगेश की तलाश में एएसपी राजेश मिल और प्रशिक्षु आईपीएस डॉ.अमृता दुहन के निर्देशन में टीम का गठन किया गया. टीम ने तकनीकी सहायता और सूचना संकलन कर विभिन्न शहरों में तलाश की. जिसके बाद मंगलवार को उसके घर से उसे बरामद किया.
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आर के पुरम थाना प्रभारी ओम प्रकाश ने बताया कि 3 दिसम्बर को स्वामी विवेकानंद नगर निवासी योगेश की पत्नी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसमें उसने बताया कि मेरा पति वरिष्ठ लिपिक खनिज विभाग बांसवाड़ा में पदस्थापित है. जो 24 नवम्बर को दोपहर में घर से बस द्वारा बांसवाड़ा जाने की बात कह कर निकले थे. उसके बाद से उनका मोबाईल भी निरंतर स्विच ऑफ आ रहा है. सभी रिश्तेदारों के यहां तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला.
पत्नी ने लेखराज मीणा, सेवानिवृत्त कर्मचारी महेंद्र कुमार और खनिज अभियंता पन्नालाल मीणा के विरुद षड़यन्त्र रचकर अपहरण करने का मामला दर्ज कराया. जिसके बाद आर.के पुरम थाना पुलिस ने मंगलवार को उसके घर से योगेश भट्ट को बरामद कर, उसे आईपीएस अमृता दुहन के सामने पेश किया.