कोटा. शहर के सबसे बड़े तीन अस्पतालों में से न्यू मेडिकल अस्पताल में लगी एमआरआई मशीन काफी समय से बंद होने से मरीज परेशान हो रहे हैं.वहीं एमआरआई मशीन चालू करने के लिए सर्वर रूम में लगी बैटरियों का खत्म होना बताया जा रहा है.
बता दें कि तीनों अस्पतालों में एक ही एमआरआई मशीन होने से मरीजों को जांच के लिए करीब एक महीने की तारीख दी गई. जब मरीज लिखी तारीख पर पहुंचे तो पता चला कि मशीन बंद है. वहीं एमआरआई कराने आये 98 वर्षीय ब्रजमोहन शर्मा ने बताया कि डॉक्टर ने एमआरआई जांच के लिए लिखा तो यहां आए और इन्होंने वेटिंग के चलते एक महीने बाद की तारीख दी. जब लिखी तारीख पर अस्पताल पहुंचे तो पता चला यह बंद है.
मरीजों ने बताया कि इस जांच को बाहर से कराने पर ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं. वहीं अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि एमआरआई के सर्वर को चलाने के लिए बैटरी बैकअप खत्म हो जाने से यह स्थिति बनी है. विभाग ने सरकार को इसके लिये 6 महीने पहले ही पत्र लिखकर अवगत करा दिया ,लेकिन अभी तक इसका समाधान नहीं निकला. इसके चलते इसको बंद करना पड़ा है.
गौरतलब है कि सरकारी अस्पताल में एमआरआई करने पर 3500 रुपये लगते हैं और बीपीएल धारकों के लिए इसे निःशुल्क किया जाता है. वहीं बाहर से करवाने पर करीब 5000 रुपये से 800 रुपये देने होते हैं. वहीं बाहर से करवाने पर किसी प्रकार की छूट नहीं दी जाती. जिससे गरीब तबके के लोग इसको बाहर से कराने में सक्षम नहीं होते.