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कोटा: अस्पताल के दर पर ही मरीजों की उखड़ रही सांसें, नहीं मिल रहे रेमडेसिवीर इंजेक्शन

कोटा में कोरोना का कहर लगातार जारी है. मरीजों की परेशानी भी कम होने का नाम नहीं ले रही, कभी ऑक्सीजन की कमी से सांसे उखड़ रही हैं तो कभी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी सामने आ रही है. ऐसे में प्रशासन व चिकित्सा विभाग के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. कोटा मेडिकल कॉलेज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें मरीजों को जमीन पर लेटा कर ही ऑक्सीजन दी जा रही है.

oxygen shortage in kota,  remdesivir shortage
कोटा में ऑक्सीजन की कमी
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Published : Apr 28, 2021, 12:31 AM IST

कोटा. कोरोना का कहर जारी है, मरीजों की परेशानी भी कम होने का नाम नहीं ले रही, कभी ऑक्सीजन की कमी से सांसे उखड़ रही हैं तो कभी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी सामने आ रही है. ऐसे में प्रशासन व चिकित्सा विभाग के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. कोटा मेडिकल कॉलेज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें मरीजों को जमीन पर लेटा कर ही ऑक्सीजन दी जा रही है. वह भी सिलेंडर के जरिए ऐसे में मरीजों की भर्ती भी बंद है.

पढ़ें: Rajasthan Corona Update : राजस्थान में कोरोना के 16089 नए मामले, अब तक सबसे ज्यादा 121 मरीजों की मौत

जबकि मरीजों की सांसें अस्पताल के दर पर ही उखड़ने लगी हैं. मरीज के परिजन गिड़गिड़ाने को मजबूर हैं. दूसरी तरफ अस्पताल भी बेबस नजर आ रहे हैं. सरकारी ही नहीं अब निजी अस्पतालों में भी मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं. क्योंकि ऑक्सीजन की शॉर्टेज है और ऑक्सीजन के पॉइंट भी अस्पतालों में पूरे नहीं हैं. ऑक्सीजन भी समय से अस्पतालों में नहीं पहुंच पा रही है. इसके चलते कोई भी अस्पताल प्रबंधन जोखिम नहीं लेना चाह रहा है.

कोटा में ऑक्सीजन की कमी

इसके साथ ही राज्य सरकार की जारी रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को 701 कोरोना संक्रमित सामने आए हैं, जबकी 6 लोगों की मौत हुई है. जबकी कोविड अस्पताल में 14 लोगों की मौत हुई हैं. कोटा में मौत का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा. अप्रैल महीने के 27 दिनों में 18107 लोग पॉजिटिव मिल चुके है. जबकी सरकारी आंकडों में 95 लोगों की मौत हुई है. औसत रोज 3 लोगों की मौत हो रही है. जबकि बीते साल हुई 169 मौत हुई थी. ये आंकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है. कोटा में 8550 एक्टिव केस हैं.

कोटा में रेमडेसिविर इंजेक्शन खत्म हो चुके हैं, बुधवार तक 1000 इंजेक्शन आने की संभावना जताई जा रही है, प्राइवेट व सरकारी अस्पताल में रेमडेसिवीर की किल्लत से मरीज परेशान चल रहे हैं. वहीं आक्सीजन को लेकर भी स्थिति कुछ ठीक नहीं है. विल्सन ऑक्सीजन प्लांट में फाल्ट आने से वहां से भी आपूर्ति ठीक से नहीं हुई. मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है. एडमिशन बंद कर दिए हैं. वहीं देर शाम तक आक्सीजन सिलेण्डर की सप्लाई आने की संभावना है.

20 मरीजों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बैंक से मिली राहत

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कोटा में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बैंक शुरू करने की अपील लोगों से की थी. जिसमें 20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आज मरीजों तक पहुंचाए गए हैं. जिन मरीजों को कम ऑक्सीजन की आवश्यकता प्रति मिनट हो रही है. उन्हें 5 लीटर वाले ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिए जा रहे हैं. वहीं 5 लीटर से ज्यादा आवश्यकता वालों को 10 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन जनरेट करने वाले कंसंट्रेटर भेजे जा रहे हैं. शुरुआत बुधवार से करनी थी, लेकिन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 20 पहले ही आ गए. ऐसे में मंगलवार से ही मरीजों तक इन्हें पहुंचा दिया गया है. आगे 50 कुल कंसंट्रेटर आने हैं. जिससे शहर वासियों की मदद की जाएगी.

कोटा. कोरोना का कहर जारी है, मरीजों की परेशानी भी कम होने का नाम नहीं ले रही, कभी ऑक्सीजन की कमी से सांसे उखड़ रही हैं तो कभी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी सामने आ रही है. ऐसे में प्रशासन व चिकित्सा विभाग के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. कोटा मेडिकल कॉलेज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें मरीजों को जमीन पर लेटा कर ही ऑक्सीजन दी जा रही है. वह भी सिलेंडर के जरिए ऐसे में मरीजों की भर्ती भी बंद है.

पढ़ें: Rajasthan Corona Update : राजस्थान में कोरोना के 16089 नए मामले, अब तक सबसे ज्यादा 121 मरीजों की मौत

जबकि मरीजों की सांसें अस्पताल के दर पर ही उखड़ने लगी हैं. मरीज के परिजन गिड़गिड़ाने को मजबूर हैं. दूसरी तरफ अस्पताल भी बेबस नजर आ रहे हैं. सरकारी ही नहीं अब निजी अस्पतालों में भी मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं. क्योंकि ऑक्सीजन की शॉर्टेज है और ऑक्सीजन के पॉइंट भी अस्पतालों में पूरे नहीं हैं. ऑक्सीजन भी समय से अस्पतालों में नहीं पहुंच पा रही है. इसके चलते कोई भी अस्पताल प्रबंधन जोखिम नहीं लेना चाह रहा है.

कोटा में ऑक्सीजन की कमी

इसके साथ ही राज्य सरकार की जारी रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को 701 कोरोना संक्रमित सामने आए हैं, जबकी 6 लोगों की मौत हुई है. जबकी कोविड अस्पताल में 14 लोगों की मौत हुई हैं. कोटा में मौत का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा. अप्रैल महीने के 27 दिनों में 18107 लोग पॉजिटिव मिल चुके है. जबकी सरकारी आंकडों में 95 लोगों की मौत हुई है. औसत रोज 3 लोगों की मौत हो रही है. जबकि बीते साल हुई 169 मौत हुई थी. ये आंकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है. कोटा में 8550 एक्टिव केस हैं.

कोटा में रेमडेसिविर इंजेक्शन खत्म हो चुके हैं, बुधवार तक 1000 इंजेक्शन आने की संभावना जताई जा रही है, प्राइवेट व सरकारी अस्पताल में रेमडेसिवीर की किल्लत से मरीज परेशान चल रहे हैं. वहीं आक्सीजन को लेकर भी स्थिति कुछ ठीक नहीं है. विल्सन ऑक्सीजन प्लांट में फाल्ट आने से वहां से भी आपूर्ति ठीक से नहीं हुई. मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है. एडमिशन बंद कर दिए हैं. वहीं देर शाम तक आक्सीजन सिलेण्डर की सप्लाई आने की संभावना है.

20 मरीजों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बैंक से मिली राहत

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कोटा में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बैंक शुरू करने की अपील लोगों से की थी. जिसमें 20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आज मरीजों तक पहुंचाए गए हैं. जिन मरीजों को कम ऑक्सीजन की आवश्यकता प्रति मिनट हो रही है. उन्हें 5 लीटर वाले ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिए जा रहे हैं. वहीं 5 लीटर से ज्यादा आवश्यकता वालों को 10 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन जनरेट करने वाले कंसंट्रेटर भेजे जा रहे हैं. शुरुआत बुधवार से करनी थी, लेकिन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 20 पहले ही आ गए. ऐसे में मंगलवार से ही मरीजों तक इन्हें पहुंचा दिया गया है. आगे 50 कुल कंसंट्रेटर आने हैं. जिससे शहर वासियों की मदद की जाएगी.

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