कोटा. नगर निगम चुनाव के नामांकन पत्र सोमवार को भरा जा चुका है. ऐसे में चुनाव प्रचार के दौरान कोई भी प्रत्याशी राजनीतिक उपयोग के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का फोटो उपयोग में नहीं ले सकता. इसके लिए लोकसभा अध्यक्ष के कार्यालय की ओर से यह आदेश जारी किए गए हैं.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निजी सहायक जीवनधर जैन ने बताया कि बिरला लोकसभा अध्यक्ष जैसे गरिमामय संवैधानिक पद पर आसीन है. ऐसे में संवैधानिक परंपराओं को देखते हुए उनके नाम अथवा फोटो का उपयोग राजनीतिक प्रयोजनार्थ लेना उचित नहीं है. इसी को दृष्टिगत रखते हुए लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय ने सभी प्रत्याशियों से आग्रह किया है कि वह उनके फोटो अथवा नाम का उपयोग राजनीतिक गतिविधियों और चुनाव से जुड़ें कार्यों में नहीं करें. इस बारे में प्रदेश के मुख्य सचिव, राज्य निर्वाचन आयोग और जिला कलेक्टर को भी अवगत कराते हुए संवैधानिक व्यवस्था की पालना करने को कहा गया है.
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अपने समर्थकों को टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के पूर्व मंत्री रामगोपाल बैरवा
कोटा में नगर निगम चुनाव में कांग्रेस ने सूची जारी नहीं की. सीधे ही प्रत्याक्षियों को सिंबल जारी कर दिए गए. जिसके बाद से पार्टी के कई कार्यकर्ता इससे नाराज है. साथ ही इसका विरोध भी कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस के पूर्व मंत्री रामगोपाल बैरवा ने अपनी पार्टी के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है.
इस मामले को लेकर सोमवार को कांग्रेस के पूर्व मंत्री रामगोपाल बैरवा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दक्षिण रामगंजमंडी रामगंजमंडी विधानसभा के 8 वार्डों में कांग्रेस कमेटी, पर्यवेक्षक मंत्री प्रभारी मंत्री ने जो टिकटों का वितरण किया है, वह गलत है. वार्ड के बाहरी व्यक्तियों को प्रत्याशी बनाया गया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में जिन कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था उन्ही को कमेटी ने टिकट दे दिए हैं.
साथ ही कहा कि पार्टी ने पुरुष सीट पर महिला उम्मीदवार को टिकट दिया है. जिसके लिए जिला कांग्रेस कमेटी और पर्वेक्षक जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि एक तरफा निर्णय कर पार्टी को नुकसान पहुंचाने का कार्य किया है. पूर्व मंत्री ने बताया कि इस सम्बंध में प्रदेश अध्यक्ष प्रवयक्षक और प्रभारी मंत्री को विरोध दर्ज कराते हुए उनको अवगत करा दिया है. जिसमे उनको बताया है कि यह एक तरफा निर्णय हुआ है.