कोटा. देशभर में रविवार के दिन दीपावली का त्यौहार धूमधाम के साथ मनाया गया. वहीं अब दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजन किए जाने की परंपरा है. इस पर्व पर महिलाओं ने पीली मिट्टी और गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाया. महिलाओं ने घर में बनी मिठाई और अन्नकूट का भोग लगाकर पूजा की और परिक्रमा की. इसके बाद एक-दूसरे को शुभकामनाएं दी.
बता दें कि शहर में दीपावाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजन की परंपरा सदियों से चली आ रही है. इसको दीपावाली के बाद पीढ़ी दर पीढ़ी पूजा जाता है. महिलाओं का कहना है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने इंद्र देव का घमंड चूर-चूर करने के लिए अपनी छोटी उंगली से गोवर्धन पर्वत उठा लिया था. तब से यह परंपरा सदियों से चलती आ रही है. इसमें दूध, दही और अन्नकूट का भोग लगाया जाता है.
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पूजा के पश्चात परिक्रमा की गई. सोमवार को सभी सुहागिन महिलाओं ने गोवर्धनजी की पूजा की और अन्नकूट का भोग लगाया.