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कोटा के स्कूल में स्वच्छता अभियान के लिए नुक्कड़ नाटक और हस्ताक्षर अभियान चलाया गया - स्कूल में नुक्कड़ नाटक

कोटा के एक निजी स्कूल में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को बच्चों को पानी और स्वच्छता के महत्तव को समझाने के लिए अभियान चलाया गया. इसमें नुक्कड़ नाटक की मदद से बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताया गया.

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स्वच्छता अभियान के लिए नुक्कड़ नाटक
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Published : Jan 25, 2020, 3:34 PM IST

कोटा. जिले के शिवपुरा स्थित एक निजी स्कूल में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को बच्चों को पानी और स्वच्छता के महत्व को समझाने के लिए नुक्कड़ नाटक और हस्ताक्षर अभियान चलाया गया.

इस अवसर पर हमलोग संस्थान के अध्यक्ष डॉ.सुधीर ने बताया कि इस सन्देश के साथ गीले और सूखे कचरे को अलग किया जाए. जिससे प्रशासन मजबूर हो कर अलग-अलग तरीके से उसको डिस्पोज करे.

स्वच्छता अभियान के लिए नुक्कड़ नाटक

पढ़ेंः आयकर सर्वे: कोटा के 5 अस्पतालों पर दबिश, 3 अस्पताल हाल ही में शुरू हुए

उन्होंने बताया कि कोटा शहर का नांता में कचरे के लिए जो डंपिंग यार्ड बना हुआ है वह एक पहाड़ में तब्दील हो रहा है. प्रशासन कचरे के लिए अलग जगह तलाश नही पा रही है. अगर यह सभी कचरा अलग करने की पहल कर ले तो काफी कचरा पॉइंट तक जा सकता है.

पढ़ेंः इंटर ITI क्रिकेट प्रतियोगिता का समापन, सांगोद ITI रही विजेता

डॉ.सुधीर ने बताया कि धर्मस्थली भीतरिया कुंड को एक मॉडल का रूप देने के लिए जिला प्रशासन से बच्चों के साथ हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. जिससे वहां पर कचरा परिवहन के लिए एक रेम्प बनाया जाए जिससे नदी से निकलने वाले कचरे को परिवहन कर बाहर निकाला जाए. उसको अलग कर आधा कचरा खाद के उपयोग में लिया जाए. बच्चों ने घरों में भी गीला और सूखा कचरा अलग करने और प्लास्टिक उपयोग में नही लेने की शपथ दिलाई.

कोटा. जिले के शिवपुरा स्थित एक निजी स्कूल में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को बच्चों को पानी और स्वच्छता के महत्व को समझाने के लिए नुक्कड़ नाटक और हस्ताक्षर अभियान चलाया गया.

इस अवसर पर हमलोग संस्थान के अध्यक्ष डॉ.सुधीर ने बताया कि इस सन्देश के साथ गीले और सूखे कचरे को अलग किया जाए. जिससे प्रशासन मजबूर हो कर अलग-अलग तरीके से उसको डिस्पोज करे.

स्वच्छता अभियान के लिए नुक्कड़ नाटक

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उन्होंने बताया कि कोटा शहर का नांता में कचरे के लिए जो डंपिंग यार्ड बना हुआ है वह एक पहाड़ में तब्दील हो रहा है. प्रशासन कचरे के लिए अलग जगह तलाश नही पा रही है. अगर यह सभी कचरा अलग करने की पहल कर ले तो काफी कचरा पॉइंट तक जा सकता है.

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डॉ.सुधीर ने बताया कि धर्मस्थली भीतरिया कुंड को एक मॉडल का रूप देने के लिए जिला प्रशासन से बच्चों के साथ हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. जिससे वहां पर कचरा परिवहन के लिए एक रेम्प बनाया जाए जिससे नदी से निकलने वाले कचरे को परिवहन कर बाहर निकाला जाए. उसको अलग कर आधा कचरा खाद के उपयोग में लिया जाए. बच्चों ने घरों में भी गीला और सूखा कचरा अलग करने और प्लास्टिक उपयोग में नही लेने की शपथ दिलाई.

Intro:गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर छात्र छात्राओ को स्वछता अभियान व पॉलीथिन मुक्त शहर के सन्देश के साथ नुक्कड़ नाटक का किया मंचन

कोटा के शिवपुरा स्थित एक निजी स्कूल में आज बच्चो को स्वच्छता अभियान के लिए नुक्कड़ नाटक व हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।जिसमें बच्चो को पानी व स्वच्छता का नाटक के जरिए बच्चो को समझाया।
Body:गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आज स्वच्छता अभियान के तहत चंबल बचाओ ओर शहर को स्वच्छ रखने के लिए कोटा के शिवपुरा स्थित एक निजी स्कूल में नाटक के द्वारा पानी बचाओ चम्बल को स्वच्छ रखने व शहर को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए बच्चो को समझाया।वही इस अवसर पर हमलोग संस्थान के अध्यक्ष डॉ.सुधीर ने बताया कि इस सन्देश के साथ गिला ओर सूखा कचरे को अलग किया जाए।जिससे प्रशासन मजबूर हो कर अलग अलग तरीके से उसको डिस्पोज करे।
उन्होंने बताया कि कोटा शहर का जो नांता में कचरे के लिए जो डंपिंग यार्ड बना हुआ है वह एक पहाड़ में तब्दील हो रहा है।जिसमे वह पूरी तरह से भरा हुआ है।प्रशासन कचरे के लिए अलग जगह तलाश नही पा रहा है।अगर यह सभी कचरा अलग करने की पहल कर ले तो काफी कचरा पॉइंट तक जा सकता है।
डॉ.सुधीर ने बताया कि धर्मस्थली भीतरिया कुंड को एक मॉडल का रूप देने के लिए जिला प्रशासन से बच्चो के हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है।जिससे वहां पर कचरा परिवहन के लिए एक रेम्प बनाया जाए जिससे नदी से निकलने वाले कचरे को परिवहन कर बाहर निकाला जाए।और उसको छांट कर आधा कचरा खाद के उपयोग में लिया जाए।
Conclusion:बच्चो ने प्रेरणा स्त्रोत बनकर घरो में ही गिला व सूखा कचरा अलग करने और प्लास्टिक उपयोग में नही लेने की सपथ दिलाई।
बाईट-मदनमोहन सिंह, हमलोग संस्थान
बाईट-डॉ.सुधीर गुप्ता, हमलोग संस्थान
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