कोटा. जिले के शिवपुरा स्थित एक निजी स्कूल में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को बच्चों को पानी और स्वच्छता के महत्व को समझाने के लिए नुक्कड़ नाटक और हस्ताक्षर अभियान चलाया गया.
इस अवसर पर हमलोग संस्थान के अध्यक्ष डॉ.सुधीर ने बताया कि इस सन्देश के साथ गीले और सूखे कचरे को अलग किया जाए. जिससे प्रशासन मजबूर हो कर अलग-अलग तरीके से उसको डिस्पोज करे.
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उन्होंने बताया कि कोटा शहर का नांता में कचरे के लिए जो डंपिंग यार्ड बना हुआ है वह एक पहाड़ में तब्दील हो रहा है. प्रशासन कचरे के लिए अलग जगह तलाश नही पा रही है. अगर यह सभी कचरा अलग करने की पहल कर ले तो काफी कचरा पॉइंट तक जा सकता है.
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डॉ.सुधीर ने बताया कि धर्मस्थली भीतरिया कुंड को एक मॉडल का रूप देने के लिए जिला प्रशासन से बच्चों के साथ हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. जिससे वहां पर कचरा परिवहन के लिए एक रेम्प बनाया जाए जिससे नदी से निकलने वाले कचरे को परिवहन कर बाहर निकाला जाए. उसको अलग कर आधा कचरा खाद के उपयोग में लिया जाए. बच्चों ने घरों में भी गीला और सूखा कचरा अलग करने और प्लास्टिक उपयोग में नही लेने की शपथ दिलाई.