कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेन- 2021 परीक्षा में 200 रुपए प्रति प्लस आपत्ति दर्ज कराने का शुल्क निर्धारित किया गया था, लेकिन नीट यूजी-2021 में इसकी राशि को एक हजार रुपए प्रति प्रश्न कर दिया गया है, जो कि 5 गुना ज्यादा है. पिछले साल नीट यूजी-2021 में आपत्ति सही पाए जाने पर यह राशि रिफंडेबल थी, लेकिन इस बार यह प्रावधान भी हटा लिया है.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देश के सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी- 2021 की प्रोविजनल आंसर की और रिकॉर्डेड रिस्पांस शीट जारी कर दी थी. प्रोविजनल आंसर की पर आपत्ति दर्ज कराने की अंतिम तारीख 17 अक्टूबर दी गई है, लेकिन विद्यार्थियों को जेईई मेन- 2021 परीक्षा से 5 गुना ज्यादा राशि आपत्ति दर्ज कराने के लिए देनी होगी. जहां पर जेईई मेन-2021 परीक्षा में 200 रुपए प्रति प्लस आपत्ति दर्ज कराने का शुल्क निर्धारित किया गया था. लेकिन नीट यूजी-2021 में इसकी राशि को एक हजार रुपए प्रति प्रश्न कर दिया गया है, जो कि 5 गुना ज्यादा है.
कोटा एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि ने बताया कि पिछले साल यह शुल्क 1000 रुपए ही प्रति प्रश्न था लेकिन तब आपत्ति सही पानी जाए पर प्रोसेसिंग फीस रिफंडेबल थी. लेकिन इस बार प्रोसेसिंग फीस को रिफंड करने का प्रावधान हटा लिया गया है.
17 अक्टूबर तक आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं
विद्यार्थी 17 अक्टूबर- 2021 को 9 बजे तक तक प्रोविजनल उत्तर तालिकाओं व रेकॉर्डेड रिस्पांस शीट्स पर आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं. वहीं फीस रात्रि 10 बजे तक जमा करानी होगी. विद्यार्थियों की दर्ज की गई आपत्तियों पर विषय विशेषज्ञों के विचार किया जाएगा. किसी प्रश्न विशेष का उत्तर गलत पाए जाने पर उसे बदला जाएगा. विषय विशेषज्ञों की राय के अनुसार फाइनल उत्तर तालिकाएं बनेगी. जिनके आधार पर परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा. जारी की गई प्रोविजनल उत्तर तालिकाओं में किसी प्रश्न को बोनस घोषित नहीं किया गया है.