कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी कोटा शहर में 56 सेंटर पर नीट यूजी 2021 की परीक्षा आयोजित करेगी. अधिकांश सीबीएसई से जुड़े हुए स्कूल हैं. इनमें 21000 से ज्यादा बच्चे परीक्षा देने के लिए आएंगे. सभी सेंटरों पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं और इनका पूरा कंट्रोल रूम जयपुर और दिल्ली में बनाया गया है. जहां पर लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए भी मॉनिटरिंग रखी जाएगी.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी देशभर में 12 सितंबर को नीट यूजी 2021 ऑफलाइन मोड पर एग्जाम करवाने जा रही है. परीक्षा को लेकर इस बार काफी सख्ती बरती जा रही है. एग्जामिनेशन सेंटर की संख्या भी इस बार कोविड-19 के चलते बढ़ा दी गई है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के कोटा सिटी कोऑर्डिनेटर प्रदीप सिंह गौड़ ने बताया कि शहर में 56 सेंटर पर परीक्षा होगी.
1:30 बजे बंद हो जाएगा विद्यार्थियों का प्रवेश
कोटा की सिटी कोऑर्डिनेटर प्रदीप सिंह गौड़ ने बताया कि 11:00 बजे से विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा, लेकिन सभी विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने प्रवेश पत्र पर दिए गए समय के अनुसार ही पहुंचें. दोपहर 1:30 बजे के बाद किसी भी विद्यार्थी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. किसी भी सूरत में चाहे कितना ही महत्वपूर्ण उसका कारण रहा हो.
इस परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को अलग-अलग टाइम स्लॉट आवंटित किया गया है. जिसके अनुसार ही उन्हें सेंटर पर प्रवेश मिलेगा. यह परीक्षा दोपहर 2:00 से 5:00 बजे तक पेन पेपर मोड पर आयोजित होगी. एनटीए के सिटी कोऑर्डिनेटर गॉड का कहना है कि विद्यार्थियों को सलाह दी गई है कि वह एग्जामिनेशन सेंटर को एक दिन पहले ही जा कर देख ले, क्योंकि उस दिन देरी होगी, तो उन्हें दिक्कत हो सकती है.
कोटा में जितने भी सेंटर बनाए गए हैं, वहां पर 240 से लेकर 700 विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था की गई है. नीट परीक्षा के तहत देशभर में 17 लाख से ज्यादा विद्यार्थी परीक्षा देंगे 554 मेडिकल कॉलेजों में 83175 एमबीबीएस सीटें हैं. इनमें से 35000 सरकारी मेडिकल कॉलेजों की सीटें हैं. नीट यूजी 2021 के तहत ही एम्स, जिप्मेर, आईएमएसबीएचयू के साथ-साथ आयुष पाठ्यक्रमों के अंडर ग्रेजुएट सीटों, नर्सिंग काउंसिल ऑफ इंडिया से संबंध नर्सिंग संस्थानों की बीएससी नर्सिंग की सीटों पर भी प्रवेश दिया जाएगा.
एग्जामिनेशन सेंटर पर ही मिलेगा पेन
एनटीए (National Testing Agency) के सिटी कोऑर्डिनेटर प्रदीप सिंह गौड़ ने बताया कि प्रवेश पत्र में एंट्री से संबंधित निर्देश दिए हैं. उनके अनुसार ही प्रवेश दिया जाएगा. सभी विद्यार्थियों को सेंटर पर ही पेन दिया जाएगा. इसके अलावा पर एक ट्रांसप्लांट पानी की बोतल और छोटा सैनिटाइजर लेकर जा सकेंगे. साथ ही गवर्नमेंट आईडी प्रूफ व पासपोर्ट साइज फोटो भी उन्हें लेकर जाना होगा.
यह पहन कर गए तो नहीं मिलेगा प्रवेश
विद्यार्थी अगर ऊंची हील व मोटे सोल के जूते पहन कर गए हैं, तो उन्हें प्रवेश नहीं मिलेगा. इसके साथ ही कान व नाक में आभूषण पहनकर जाने वाले विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं मिलेगा. जिसमें बाली, गले में कोई भी नेकलेस, लॉकेट, चेन या अन्य कोई चीज पहन कर नहीं जा सकेंगे. लिखा हुआ कागज व कोई भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स ले जाने की अनुमति नहीं होगी. जिनमें केलकुलेटर, मोबाइल, ईयर फोन, ब्लूटूथ व कार की इलेक्ट्रॉनिक चाबी भी नहीं ले जा सकेंगे.
मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2021 (NEET UG entrance exam) भावी डॉक्टर्स के कंटेंट, कैपेबिलिटी व कमिटमेंट की कड़ी परीक्षा है. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी एडमिट कार्ड पर प्रवेश परीक्षा से संबंधित दिए गए सभी निर्देश भलीभांति पढ़ लें. ताकि परीक्षा के दौरान, पहले व बाद में क्या करना है, जान सकें.
एग्जाम सेंटर में प्रवेश करने के बाद विद्यार्थी परीक्षा के प्रारंभ में ही टेस्ट बुकलेट कोड व आंसर-शीट कोड के समान होने को जांच लें. इन दोनों कोड का समान होना अनिवार्य है, असमान होने पर इनविजीलेटर को इन्फॉर्म करें. आंसर शीट में ओएमआर की ओरिजिनल कॉपी व ऑफिस कॉपी एक साथ संलग्न है. विद्यार्थी इन्हें किसी भी स्थिति में अलग करने की कोशिश नहीं करें. परीक्षा समाप्त होने के बाद दोनों इनविजीलेटर को सौंप दें.
देव शर्मा ने बताया कि नीट यूजी प्रवेश परीक्षा से संबंधित आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो 17 लाख विद्यार्थी इसमें भाग ले रहे हैं. जबकि सरकारी मेडिकल कॉलेजों में महज 35 हजार ही सीटें हैं और अधिकांश विद्यार्थी इन गवर्नमेंट कॉलेजों के सीटों पर ही फोकस कर रहे हैं.
आंकड़ों के आधार पर सफलता की गणित कहती है कि 50 विद्यार्थियों में से महज एक विद्यार्थी को गवर्नमेंट एमबीबीएस सीट मिलेगी. ये आंकड़े विद्यार्थियों को विचलित कर देते हैं, यहां मानसिकता बदलकर परीक्षा में सम्मिलित होने की आवश्यकता है.