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अपने ही नेताओं पर भड़के पीसीसी सचिव, कहा- कार्यकर्ता के कहने पर एक सिपाही का ट्रांसफर भी नहीं होता - कोटा

जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में गुरुवार को नईमुद्दीन गुड्डू ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दर्द का बखान किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कोई नहीं सुन रहा है. ऐसे में आगामी नगर निगम चुनाव भी वे कैसे लड़ेंगे.

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Published : Aug 1, 2019, 7:06 PM IST

कोटा. शहर जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में गुरुवार को प्रदेश सचिव नईमुद्दीन गुड्डू जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि कोटा से 3 जनप्रतिनिधि कांग्रेस के जीतकर विधानसभा में पहुंचे हैं, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनी जा रही है.

अपने ही नेताओं पर भड़के पीसीसी सचिव

उन्होंने कहा कि पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा जो कोटा में रहते ही नहीं हैं, वह बूंदी रहते हैं. इसके बाद उन्होंने कहा कि भरत सिंह जो सांगोद से चुनाव जीते हैं, वह कभी कोटा तो कभी गांव रहते हैं, कार्यकर्ताओं से वह नहीं मिलते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि मंत्री शांति धारीवाल के पास इतने मंत्रालय हैं कि वह व्यस्त रहते हैं. कोटा नहीं आ पाते हैं और कार्यकर्ताओं से भी नहीं मिल पाते हैं.

पढ़ें: वेतन विसंगति पर सामंत कमेटी ने राज्य सरकार को सौंपी रिपोर्ट, कर्मचारियों में खुशी की लहर

इस कारण कोटा के कार्यकर्ताओं के कहने पर एक सिपाही का भी ट्रांसफर नहीं हो पाता है. पीसीसी सचिव ने आगे कहा कि 6 महीने हो गए हैं सरकार को आए, लेकिन सरकार हमारी होने का एहसास हमें नहीं हुआ है. ऐसे में आगामी नगर निगम के चुनाव में कैसे कार्यकर्ता चुनाव लड़ पाएगा.

हमें अधिकारी और कर्मचारी की धमकी दे देते हैं...
पीसीसी सचिव नईमुद्दीन गुड्डू ने मीटिंग में कहा कि हम किसी काम के लिए अधिकारी या कर्मचारी के पास जाते हैं, तो वही धमकी दे देते हैं कि कह देना अपने मंत्री से. यह बात हम मंत्री को भी बता चुके हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ. साथ ही नईमुद्दीन गुड्डू ने कहा कि आज इस मीटिंग में इतने कार्यकर्ता आए हैं कि हॉल पूरा खचाखच भर गया है. इनमें से आधे लोग तो नगर निगम चुनाव के चलते टिकट को साधने के लिए यहां पर आए हैं.

कोटा. शहर जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में गुरुवार को प्रदेश सचिव नईमुद्दीन गुड्डू जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि कोटा से 3 जनप्रतिनिधि कांग्रेस के जीतकर विधानसभा में पहुंचे हैं, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनी जा रही है.

अपने ही नेताओं पर भड़के पीसीसी सचिव

उन्होंने कहा कि पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा जो कोटा में रहते ही नहीं हैं, वह बूंदी रहते हैं. इसके बाद उन्होंने कहा कि भरत सिंह जो सांगोद से चुनाव जीते हैं, वह कभी कोटा तो कभी गांव रहते हैं, कार्यकर्ताओं से वह नहीं मिलते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि मंत्री शांति धारीवाल के पास इतने मंत्रालय हैं कि वह व्यस्त रहते हैं. कोटा नहीं आ पाते हैं और कार्यकर्ताओं से भी नहीं मिल पाते हैं.

पढ़ें: वेतन विसंगति पर सामंत कमेटी ने राज्य सरकार को सौंपी रिपोर्ट, कर्मचारियों में खुशी की लहर

इस कारण कोटा के कार्यकर्ताओं के कहने पर एक सिपाही का भी ट्रांसफर नहीं हो पाता है. पीसीसी सचिव ने आगे कहा कि 6 महीने हो गए हैं सरकार को आए, लेकिन सरकार हमारी होने का एहसास हमें नहीं हुआ है. ऐसे में आगामी नगर निगम के चुनाव में कैसे कार्यकर्ता चुनाव लड़ पाएगा.

हमें अधिकारी और कर्मचारी की धमकी दे देते हैं...
पीसीसी सचिव नईमुद्दीन गुड्डू ने मीटिंग में कहा कि हम किसी काम के लिए अधिकारी या कर्मचारी के पास जाते हैं, तो वही धमकी दे देते हैं कि कह देना अपने मंत्री से. यह बात हम मंत्री को भी बता चुके हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ. साथ ही नईमुद्दीन गुड्डू ने कहा कि आज इस मीटिंग में इतने कार्यकर्ता आए हैं कि हॉल पूरा खचाखच भर गया है. इनमें से आधे लोग तो नगर निगम चुनाव के चलते टिकट को साधने के लिए यहां पर आए हैं.

Intro:जिला कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में आयोजित शहर जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में नईमुद्दीन गुड्डू ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दर्द का बखान किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कोई नहीं सुन रहा है. ऐसे में आगामी नगर निगम चुनाव भी कैसे वे लड़ेंगे.


Body:कोटा.
शहर जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में आज प्रदेश सचिव नईमुद्दीन गुड्डू जमकर बरसे उन्होंने कहा कि कोटा से 3 जनप्रतिनिधि कांग्रेस के जीतकर विधानसभा में पहुंचे हैं, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनी जा रही है. उन्होंने कहा कि पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा जो कोटा में रहते ही नहीं है, वह बूंदी रहते हैं. ऐसे में कार्यकर्ताओं तक नहीं पहुंच पाता है. इसके बाद उन्होंने कहा कि भरत सिंह जो सांगोद से चुनाव जीते हैं, वह कभी कोटा तो कभी गांव रहते हैं, कार्यकर्ताओं से वह नहीं मिलते हैं.
वहीं उन्होंने कहा कि मंत्री शांति धारीवाल के पास इतने मंत्रालय हैं कि वह व्यस्त रहते हैं. कोटा नहीं आ पाते हैं और कार्यकर्ताओं से भी नहीं मिल पाते हैं. इस कारण कोटा के कार्यकर्ताओं के कहने पर एक सिपाही का भी ट्रांसफर नहीं हो पाता है, 6 महीने हो गए हैं सरकार को आए हैं, लेकिन सरकार हमारी होने का एहसास हमें नहीं हुआ है. ऐसे में आगामी नगर निगम के चुनाव में कैसे कार्यकर्ता चुनाव लड़ पाएगा.





Conclusion:हमें अधिकारी और कर्मचारी की धमकी दे देते हैं
पीसीसी सचिव नईमुद्दीन गुड्डू ने मीटिंग में कहा कि हम किसी काम के लिए अधिकारी या कर्मचारी के पास जाते हैं, तो वही धमकी दे देते हैं कि कह देना अपने मंत्री से. यह बात हम मंत्री को भी बता चुके हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ. साथ ही नईमुद्दीन गुड्डू ने कहा कि आज इस मीटिंग में इतने कार्यकर्ता आए है कि हॉल पूरा खचाखच भर गया है. इनमें से आधे लोग तो नगर निगम चुनाव के चलते टिकट को साधने के लिए यहां पर आए हैं.


बाइट-- नईमुद्दीन गुड्डू, पीसीसी सचिव
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