कोटा. जिले के ग्रामीण इलाकों से शहरी सीमा में आवारा मवेशियों को खदेड़ा रहा है. जिसके चलते शहर की सड़कों पर आवारा मवेशियों के विचरण से वाहन चालक इनसे टकराकर दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं. जिसके बाद दोनों नगर निगम ने सयुक्त अभियान चलाकर इनको पकड़कर नगर निगम की गौशाला में भिजवाया. साथ ही शहरी प्रवेश पर चौकसी बढ़ाई गई है.
कोटा शहर में इन दिनों आवारा मवेशियों की सड़कों पर भरमार हो रही है. सड़कों पर मवेशियों के विचरण करने से सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है. लगातार समस्या के बढ़ने और लोगों का आक्रोश झेलने के बाद दोनों नगर निगम ने सड़कों से आवारा मवेशियों को पकड़ने की कवायद शुरू कर दी है.
कोटा उत्तर के आयुक्त वासुदेव मालावत ने बताया कि बारिश के कारण सड़कों पर आवारा मवेशी बैठे रहते हैं. आवारा मवेशियों के लिए काऊ केचर लगा रखी है. जिनको पकड़कर कायन हाउस में रखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि पशु पालकों में जागरूकता और पशुओं की अवेयरनेस के लिए जागरूक करने का प्रयास जारी है.
कोटा दक्षिण नगर निगम प्रशासन ने शहर की विभिन्न सड़कों से पकड़े गए मवेशियों को किशोरपुरा कायन हाउस और बंधा धर्मपुरा स्थित नगर निगम गौशाला में छोड़ा है. नगर निगम प्रशासन का दावा है कि वो रोजाना 100 से ज्यादा गाय और सांड को पकड़ कर कायन हाउस और बंदा धर्मपुरा गौशाला में छोड़ रहा है.
कोटा दक्षिण आयुक्त कीर्ति राठौड़ ने बताया कि बारिश के मौसम में ही आस-पास के ग्रामीणों की ओर से मवेशियों को शहर की सीमा पर छोड़ देते है. इसके लिए पहले से ही शहर में प्रवेश के रास्तों में चौकियां स्तापित की हुई है.