कोटा. मुकुंदरा टाइटर रिजर्व से एक अच्छी खबर आई है. एमटी-2 टाइग्रेस ने शावकों को जन्म दिया है. दोनों शावकों को वन विभाग के कैमरों ने कैद किया है. करीब दो साल बाद मुकुंदरा से यह खुशखबरी आई है. इससे पूर्व कई बार शावकों के जन्म की सूचनाएं सामने आती रही, लेकिन वन विभाग ने कभी भी इसकी पुष्टि नहीं की थी. बता दें कि कैमरों में टाइग्रेस शावकों के साथ बैठी नजर आई है.
दरअसल, कोटा के मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में 2018 को टाइगर छोड़े गए थे. तब से अभी तक इनमें कोई हलचल नहीं हुई थी. वहीं, सोमवार को जब अधिकारियों ने विजिट की तो एमटी-2 के पास दो शावक दिखाई दिए. इस पर टीम में खुशी की लहर दौड़ गई. मुकुंदरा टाइगर रिजर्व के डीसीएफ टी. मोहनराज ने बताया कि 2013 में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व घोषित हुआ था. इसमें पहला टाइगर अप्रैल 2018 में छोड़ा गया था. जिसको एमटी-1 नाम दिया गया था.
दिसम्बर 2018 में आई थी बाघिन एमटी-2
टी. मोहनराज ने बताया कि एमटी-2 बाघिन को रणथंभौर से दिसम्बर 2018 में यहां लाया गया था. इसका रणथंभौर में 106 K नाम था. उन्होंने बताया कि ये पिछले डेढ़ साल से 82 मीटर के एरिया में अपनी टेरिटरी बना रही थी. बताया जा रहा है कि शावकों के जन्म को दो से तीन महीने हो चुके हैं.
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टी. मोहनराज ने बताया कि जब सोमवार को दो शावकों की तस्वीर देखी तो खुशी हुई. फिर उस स्थान तक पहुंचे तो बाघिन एमटी-2 के साथ दो शावक विचरण करते नजर आए. उन्होंने बताया कि दोनों स्वस्थ्य हैं और इन दोनों की मॉनिटरिंग लगातार जारी रहेगी. जिसके लिए कई जगहों पर कैमरे लगा दिए गए हैं.