कोटा. शहर के रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने 50 से ज्यादा लोगों से धोखाधड़ी के मामले में मां-बेटी को गिरफ्तार किया है. इनके ऊपर 2 करोड़ से ज्यादा रुपए ठगने का आरोप है. दोनों महिलाएं थाने की टॉप 10 फरार आरोपियों में शामिल थीं, जो बीते 1 साल से फरार चल रही थीं. इन पर दबिश के लिए पुलिस ने काफी प्रयास किए थे, जिसमें पुलिस को मंगलवार को सफलता मिली है.
रेलवे कॉलोनी थानाधिकारी हंसराज मीणा ने बताया कि बीसी के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी के मामले में मां और बेटी काफी लंबे समय से फरार चल रही थीं. जबकि इस मामले में महिला के पति कालूलाल उर्फ सांवरा को पुलिस ने 1 साल पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. सीआई हंसराज मीणा ने बताया कि मां-बेटी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई थी, जिसमें एसआई हरि सिंह, कप्तान सिंह, यायावर खान और हेड कांस्टेबल रामप्रताप राजावत शामिल थे. टीम ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए बेटी को बूंदी में अपने रिश्तेदार के यहां और मां को कोटा के पुरोहितजी की टापरी एरिया से गिरफ्तार किया है.
पुलिस का कहना है कि परिवार के तीनों सदस्य बीसी संचालित करते थे, जिसमें लॉटरी निकाल कर लोगों को पैसा वापस दिया जाता था. कम समय में लॉटरी खुलने पर ज्यादा पैसा मिलने के लालच में लोग लगातार इनसे जुड़ते रहे और लोगों का करोड़ो रुपया इनके पास इकट्ठा हो गया. जिस पैसे को यह दोनों लेकर फरार हो गई.
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पीड़ित लोगों ने लगातार थाने पर आकर शिकायत दी. वहीं पीड़ितों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही थी. दोनों मां-बेटी के खिलाफ एक के बाद एक 10 मुकदमे दर्ज हो गए, जिनमें करीब 50 परिवादी शामिल हैं. कुल मिलाकर 2 करोड़ रुपए की ठगी की गई. दोनों के खिलाफ स्थाई वारंट निकाले गए, साथ ही एसपी कोटा ने दो-दो हजार का इनाम भी घोषित कर दिया.