कोटा. शहर में 25 सितंबर को सीआईडी के कॉन्स्टेबल पर गोली चलाने का मामला सामने आया था. गुरुवार को इस मामले को लेकर विधायक भरत सिंह ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कोटा रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक रविदत्त गौड़ को पत्र लिखते हुए पुलिसकर्मियों और अपराधियों के बीच सांठगांठ का जिक्र किया है.
भरत सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि सीआईडी के कॉन्स्टेबल प्रमोद शर्मा पर फायरिंग का मामला प्रॉपर्टी के झगड़े का है और गैंगवार का ही हिस्सा नजर आता है. गोली खाकर भी कांस्टेबल चुप है. उन्होंने लिखा कि जैसे ही समय गुजरेगा यह मात्र घटना रह जाएगी और कोटा में इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं होती रही है. उन्होंने डीआईजी रविदत्त गौड़ से मांग की है कि इस पूरे प्रकरण का खुलासा किया जाए. साथ ही अपराधियों से तालमेल रखने वाले पुलिसकर्मियों की सूची बनाकर मुख्यालय भेजी जाए, ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो और उन्हें कोटा से हटाया भी जा सके.
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बता दें कि गैंगस्टर रणवीर हत्याकांड के बाद भी इस तरह के मामले सामने आए थे, जिसमें कई पुलिसकर्मियों के अपराधियों के साथ पार्टी करने और उनके साथ पर्यटन स्थलों पर घूमने के फोटो सामने आए थे. इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया था. डीजीपी, डीआईजी से लेकर एसपी ने भी पुलिस कार्मिकों पर एक्शन लिया था. जिसमें पुलिस निरीक्षक, उपनिरीक्षक, एसआई और कॉन्स्टेबल को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था. साथ ही 6 से ज्यादा पुलिसकर्मी निलंबित किए गए थे. वहीं, कुछ पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर भी कर दिया गया था.
यह है पूरा मामला...
गौरतलब है कि कोटा शहर के जवाहर नगर थाना इलाके में सीआईडी कांस्टेबल को बदमाशों ने गोली मार दी. गोली कांस्टेबल के पेट में लगी. डीएवी स्कूल के पास शुक्रवार शाम को चाय की दुकान पर सीआईडी इंटेलिजेंस के कांस्टेबल प्रमोद शर्मा अपने प्रॉपर्टी डीलर दोस्त के साथ खड़ा था. तभी तीन बदमाश एक बाइक पर आए और उन्होंने गोली चला दी जो प्रमोद शर्मा के पेट में लगी. बदमाश मौके से फरार हो गए. घायल कांस्टेबल को निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया. फायरिंग की सूचना मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया.